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Showing posts from July, 2015

हाथ पैर सुन्न होना

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हाथ पैरों का सुन्न होना :  पैरों का सुन्न होना हममें से लगभग सभी ने अनुभव किया होगा. आइये जाने क्यों हो जाते है शरीर के अंग सुन्न :  हर किसी के सोने की खास मुद्रा यानी स्लीपिंग पोजिशन होती है। कोई पेट के बल सोता है, कोई पीठ के तो कोई करवट लिए। कुछ लोग बिस्तर पर लेटते तो सामान्य पोजिशन में हैं, पर जैसे-जैसे नींद गहराती है, उनकी मुद्रा तरह-तरह के आकार ले लेती है। बात रोचक भले ही लगे, मगर मत भूलिए कि ये मुद्राएं आपके स्वास्थ्य को भी प्रभावित करती हैं। हाथ या पैर का सुन्न हो जाना हममें से लगभग सभी ने अनुभव किया होगा.आइये जाने क्यों हो जाते है शरीर के अंग सुन्न. शरीर का कोई अंग यदि किसी दबाव में ज्यादा समय तक रहता है,तो वह सुन्न हो जाता है.वस्तुतः यह दबाव हाथ या पैर की नसों पर पड़ता है, ये नसें कई एक कोशीय फाइबर से बनी होती है. प्रत्येक एक कोशीय फाइबर अलग-अलग संवेदनाओं को मस्तिष्क तक पहुँचाने का कार्य करता है.इन फाइबरों की मोटाई भी कम-ज्यादा होती है.इसका कारण माइलिन नामक श्वेत रंग के पदार्थ द्वारा बनाई गई झिल्ली है.इन पर दबाव पड़ने से मस्तिस्क तक नसों द्वारा पर्याप्त मात्रा म

बुजुर्गों से अपने रिलेशनशिप को इन 4 तरीकों से कर सकते हैं मजूबत

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लाइफस्टाइल डेस्कः बच्चा रोता नजर आए, परेशान दिखे तो माता- पिता घबरा जाते हैं। ज्यादा देर सोया रहे और रोने की आवाज न आए तो कई बार जाकर उसे देखते हैं। थोड़ा बड़ा हो और चलने लगे तो हर कदम पर उसके साथ कि कहीं गिर न जाए। घर का ऐसा छोटा-मोटा सामान जिससे उसे चोट पहुंच सकती है वो हटा दिया जाता है। वजह क्योंकि वह आप पर निर्भर रहता है। अधिक उम्र में माता- पिता या दादी को भी आपके इसी सहारे की जरूरत होती है। जिन्होंने कभी आपके हर कदम को संभाला, क्या आप भी उनका उतना ख्याल रख पाते हैं? 65 वर्ष से अधिक उम्र के एक तिहाई लोगों को हर साल गिरने से चोट लगती है। ये रिस्क उम्र के साथ बढ़ने लगती है। घर बनवाते वक्त उनकी जरूरतों का ख्याल रखा जाना चाहिए। ये हमारा काम होता है कि हम उनका ध्यान रखें। उनकी जरूरत और आराम के मुताबिक अपने घर में बदलाव करके उनके लिए अपनी केयरिंग को दिखाकर रिलेशनशिप को और मजबूत किया जा सकता है। बच्चों की तरह ही है इन्हें भी आपकी जरूरत ख्याल रखना परिवार में बुजुर्ग बीमार है चलने में सक्षम नहीं है तब उनका ध्यान अपने छोटे बच्चे की तरह रखें। कई बातें वो हिचकिचाहट के कारण बोल नहीं पाते