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Showing posts from July, 2017

कब्ज ( Constipation )

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कब्ज ( Constipation ) कब्ज एक बहुत ही साधारण सी होने वाली बीमारी हैं. जीवन में कभी न कभी आपका भी सामना इस बीमारी से हुआ होगा. जवान हो या बुजुर्ग हर कोई कभी न कभी कब्ज से परेशान जरुर होता हैं. कब्ज हमारे असीमित खान पान और अप्राकृतिक विचारों की वजह से होती हैं. वैसे तो हमारा शरीर बहुत सी परेशानियों को अपने आप निपटा लेता हैं लेकिन जब इसी में अपने आप परेशानी आ जाती हैं तो यह उन परेशानियों को दूर नहीं कर पाता. CLICK HERE TO KNOW कब्ज लक्षण और कारण ...  इसी तरह जब हमारे शरीर में मल  मूत्र ज्यादा मात्रा में इकट्ठा हो जाता हैं तो उसके निष्कासन में अवरोध उत्पन्न हो जाता है जिसके कारण वो मल मूत्र शरीर में ही इकट्ठा होकर सूखने लगता हैं. साथ ही ये मल मूत्र शरीर के रक्त के साथ मिल जाता हैं और फिर अन्य रोगों को जन्म देता हैं. मल के शरीर में सूखने और उसमें अवरोध की इसी प्रक्रिया को कब्ज कहते है. जिसका तुरंत उपचार करना आवश्यक है. कब्ज होने के मुख्य कारण ( Reasons of constipation ) : • अप्राकृतिक और विचित्र जीवन शैली कम रेशे वाले भोजन का सेवन करना शरीर में पानी की कमी हो जाना अगर

सौंफ खाने से साफ होता है गला, दमकती है स्किन, दूर भागती है एसिडिटी..!!

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सौंफ खाने से साफ होता है गला, दमकती है स्किन, दूर भागती है एसिडिटी..!! सोंफ खाने के फायदे  लाजवाब औषधि सौंफ को मसालों का राजा कहा जाता है। सौंफ के औषधीय गुणों को हर कोई जानता है। इसमें अनेक चमत्कारी औषिधीय गुण मौजूद होते हैं जो कि स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होते है। सोंफ के रस से कई प्रकार के एन्जाईम भी बनाये जाते हैं। भोजन के बाद माउथ फ्रैशनर के तौर पर भी इसका प्रयोग किया जाता हैं। सुगंधित और खाने में स्वादिष्ट होने के साथ-साथ सौंफ के कई फायदे भी हैं। इसके लगातार सेवन से आंखों की रोशनी भी बढ़ती है। ऐसा माना जाता है कि खाने के बाद चीनी के साथ थोड़ी सी सौंफ खा लेने से खाना अच्छी तरह डाइजेस्ट हो जाता है। दिमागी बीमारियों के लिए सौंफ काफी फायदेमंद मानी जाती है। आइए आपको बताते हैं कि किचन में मौजूद सौंफ के कितने फायदे हैं। 1. पेट के लिए लाभकारी - सौंफ (Saunf) के रोजाना इस्तेमाल से पेट में कब्ज की समस्या नहीं होती है। इसके लिए सौंफ को मिश्री के साथ पीसकर चूर्ण बना लें और लगभग 5 ग्राम चूर्ण को सोते समय गुनगुने पानी के साथ लें। इससे कब्ज और गैस की समस्या के साथ पेट की

प्याज दे स्वस्थ जीवन

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प्याज दे स्वस्थ जीवन आमतौर पर सब्जी बनाने के लिए हम प्याज का प्रयोग करते है। लेकिन प्याज सिर्फ सब्जी का स्वाद बढ़ाने या सलाद की खुबसूरती बढ़ाने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि ये हमारी सेहत के लिए भी बहुत लाभकारी है।  ऐसी बहुत सी बीमारियां है जिसमें प्याज बहुत उपयोगी है  जैसे - गर्मी से बचने के लिए, कान दर्द और फूनसी- फोड़े में।  कान दर्द या नजला में कच्चे प्याज को गर्म कर उसका रस निकालकर 4-4 बूंद कान या नाक में डालने से तुरन्त लाभ होता है।  जहां ज्यादा गर्मी या लू का प्रकोप होता हो वहां धूप में जाना या घूमना हो तब एक प्याज को जेब में रखने या गले में बांधकर रखने से लू का भय नहीं रहता है।  1 पोटली में 8-10 प्याज बांधकर घर के बाहर टांगने से हवा से फैलने वाले अनेक तरह के बैक्टीरिया व वायरस से बच्चों को बचाने में सहयोग देते है।  छोटी माता या बड़ी माता रोग हो जाये तो 1-1 चम्मच प्याज के रस में 2-3 काली मिर्च पीसकर कुछ दिन तक दिन में 2-3 बार पिलाने से ठीक होता है, बाद में उसके निशान भी नहीं रहते हैं। कच्चे प्याज को गर्म करके फोड़े आदि में बांधने से तुरन्त पीड़ा का

एक मोटिवेशन कहानी

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एक व्यक्ति अपने गधा को लेकर शहर से लौट रहा था । गलती से वह गधा पैर खिसकने के कारण सीधे एक गहरे गढ़े में गिर गया । उसे निकलने के लिए उस व्यक्ति ने पूरा कोशिश किया परन्तु वह उस गधे को निकाल नहीं पाया । जब उस व्यक्ति को लगा की उसके गधे को उस गढ़े से निकालना अब असंभव हैं उसने उसे जिन्दा ही मिटटी से ढक देने का सोचा और वह ऊपर से मिटटी डालने लगा । बहुत देर तक मिटटी डालने के बाद वह इंसान पास ही अपने घर चले गया । पर ढेर सारी मिटटी डालने के कारण वह गधा अपने ऊपर गिरे हुए मिटटी की मदद से धीरे-धीरे उस पर अपना पैर रख-रख कर उस गढ़े के ऊपर जिन्दा चढ़ आया । अगले दिन जब वह व्यक्ति सुबह उठा तो उसने देखा उसका गधा उसके घर के बहार ही खड़ा था । यह करिश्मा देखकर वह व्यक्ति स्तम्भ रहे गया ।   इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमें कभी भी हार नहीं मानना चाहिए और बार-बार कोशिश करना चाहिए । यदि आपके पास है कोई दिलचस्प कहानी या फिर कोई ऐसी कहानी जिसे दूसरों तक पहुंचना चाहिए, तो आप हमें लिख भेजें zindagibehtar@gmail.com पर। साथ ही सकारात्मक, दिलचस्प और प्रेरणात्मक कहानियों के लिए हमसे फेसबुक और ट्व

दवाई चाहिए? रसोई-घर में आइए!

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दवाई चाहिए? रसोई-घर में आइए! पेट दर्द- अजवायन, सौंफ और थोड़ा-सा काला नमक मिलाकर चूर्ण बनाकर खाएं। आराम मिलेगा। पेटदर्द गायब हो जाएगा। सिर दर्द- एक कप दूध में पिसी इलायची डालकर पीने से सिरदर्द ठीक हो जाएगा।   दांत दर्द- एक चम्मच सरसों के तेल में एक चुटकी हल्दी और नमक मिलाकर दांतों पर लगाने या हलके-हलके मालिश करने से दांत का दर्द दस से पंद्रह मिनट में ठीक हो जाता है।  घुटनों का दर्द- पानी में अजवायन उबालकर इस अजवायन वाले पानी की भाप घुटनों पर देने से दर्द ठीक होता है। अजवायन के पानी में तौलिया भिगोकर और हलका निचोड़कर उसे घुटनों पर रखकर गर्म सेंक देने से भी दर्द में राहत मिलती है।  माइग्रेन- रात में सोने से पहले नाक में गाय के दूध से बने घी की दो-दो बूंदें डालें। इसके अलावा सिर पर गाय के घी की मालिश हलके हाथ से करें।  कब्ज  आंवले का चूर्ण बनाकर सुबह-शाम गरम पानी के साथ फांक लें। इसके अलावा कच्चे टमाटर खाएं। संतरे का रस प्रतिदिन पिएं। पिसी हुई अजवायन और सौंफ का मिश्रण भोजन के बाद खाएं। रात को सोते समय गुनगुना पानी पीकर सोएं। सुबह उठकर तांबे के पात्र में रातभर से रखा

सरकारी स्कूलों में सुविधाओं का अभाव

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सरकारी स्कूलों में सुविधाओं का अभाव सर्दी , गर्मी और बारिश कोई भी मौषम हो पेड़ो के नीचे लगती है क्लास इसका ज़िमेदार कोन है स्कुल , गांव वाले , नेता या सरकार पता नही जो भी हो लेकिन नुकसान सिर्फ सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का है । हालांकि सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सबसे बड़ी समस्या है, जहां प्रशिक्षित शिक्षकों की दशा और उनके चयन प्रणाली में गड़बड़ी से सभी परिचित हैं और यहां छात्र-छात्राओं के लिए अन्य सुख-सुविधाओं की बात करना ही व्यर्थ है। शिक्षा देना दूर, कई बार तो बच्चों को दोपहर का भोजन (मिड डे मील) खाकर भी जान से हाथ धोना पड़ जाता है। शिक्षा क्षेत्र के स्तर में सुधार के लिए अब तक के सरकारी प्रयास को नगण्य ही कहा जा सकता है। शायद यही कारण है कि वर्तमान में गरीब और लाचार अभिभावक भी बच्चों को अच्छी शिक्षा, अच्छा माहौल व अच्छी सुविधा के लिए निजी स्कूलों की ओर रुख करने को मजबूर हैं।  ऐसे हालात में कल्पना की जा सकती है कि भारत सरकार द्वारा संचालित स्कूलों के स्तर को सुधारने में कितना वक्त लगेगा और उसे एक मॉडल स्तर तक पहुंचाने में कितनी बड़ी निवेश की ज

मानसून बिगाड़ सकता है सेहत के सुर , रहें सावधान

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मानसून बिगाड़ सकता है सेहत के सुर , रहें सावधान  मानसून दस्तक दे चुका है | बारिश के दिन शुरू हो गये हैं ऐसे में खानपान पर विशेष ध्यान देना बेहद जरूरी है | इस मोसम में थोड़ी सी भी लापरवाही आपकी सेहत को बिगाड़ सकती है | एसे में कुछ खास सतर्कता बरतने की है जरूरत  खाने से पहले धोये हाथ  इस मोसम में सफाई सबसे ज्यादा जरुरी है | सब्जी आदि काटने के लिये प्रयोग किये जाने वाले चोपिंग बोर्ड को इस्तेमाल करने से पहले अच्छी तरह धोये | खाना खाने से पहले और बाद टॉयलेट से आने के बाद हाथो को अच्छी तरह से धोये |  खान पान का ध्यान   मानसून में पोष्टिक और उचित आहार स्वास्थ्य सम्बंधी समस्याओ और मोसमी बीमारियों से बचाता है, जबकि विषाक्त भोजन हमे अपच , पेचिश, हेजा, खांशी, जुकाम , वायरल जेसी बेमारियो की चपेट में लता है| रोजाना तीन रंगो के फल खाने चाहिये | इनमे मोजूद पोष्टिक और एंटीओक्सीडेंट तत्व न केवल शरीर में ऊर्जा संतुलन के लिए महत्वपूर्ण है , बल्कि शरीर से बचाव कर हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढाते है |  बाजार के खाने से दूर     मानसून में अपने खाने को अच्छी तरह पकाए | क्च्चा या

स्किन प्रॉब्लम में कारगर है ये नूस्खे

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स्किन प्रॉब्लम में कारगर ये नूस्खे किसी भी मोसम में त्वचा से जुडी समस्याए होना आम बात है लेकिन इससे घबराए नही | कुछ घरेलू और आसन उपाय अपनाकर इन्हे दूर किया जा सकता है |  त्वचा पर मोजूद घाव को ठीक करने के लिए नीम के पतों का रस निकल कर प्रभावित हिस्से पर लगाये | फिर उस पर पट्टी बाध लेने से घाव मिट जाते है |  त्वचा रोग में सेब के रस को लगाने से उसमे राहत मीलती है | प्रतिदिन एक या दो सेब खाने से चर्म रोग दूर हो जाते है | त्वचा का तेलियेपन दूर करने के लिए एक सेब को अच्छी तरह से पिस कर उसका लेप पुरे चेहरे पर लगा कर दस मिनट के बाद चेहेरे को हल्के गुनगुने पानी से धो लेने पर तेलिय त्वचा की परेशानी से मुक्ति मीलती है | सुखी त्वचा की शिकायत रहती हो तो सरसों के तेल में हेल्दी मिला कर त्वचा पर हल्की मालिश करने से त्वचा का सूखापन दूर हो जाता है |  हल्दी को पीस कर तिल के तेल में मिला कर उससे शरीर पर मालिश करने से चर्म रोग जड़ से खत्म हो जाता है | चहरे के काले दाग दूर करने के लिये हल्दी की गाठो को पानी में घिसे | इससे तयार लेप को चहरे पर लगाने से दाग दूर हो जाते है |

जाने हाइट बढानें के खास उपाय

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जाने हाइट बढानें के खास उपाय  एक तय उम्र तक लम्बाई बढती है लेकिन पोष्टिक आहार , व्यायाम एवं योग का नियमत अभ्यास तथा जीवनशेली में आदते अपनाई जाये तो अधिकतम संभव हाइट को प्राप्त कर सकते है | जानिए केसे हाइट को बढाया जाया ..... डाईट में सुधार  शरीर की बेहतर ग्रोथ के लिए जरुरी है अच्छा खानपान जेसे लम्बाई बढाने के लिए प्रोटीन से भरपूर भोजन लेना जरुरी है | प्रोटीन सोयाबीन, दालों , मूगफली आदि में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है | हाइट बढाने के लिए केल्शियम, फास्फोरस, जिंक जेसे खनिज लवणों का नियमत सेवन जरुरी है | खनिज लवण हरी सब्जीयों , ड्राई फ्रूट, फल , दही, छाछ आदि में भरपूर मात्रा में पाया जाता है | दूध , दही , अकुरित अनाज , फल,सब्जियां आदि को नियमत तोर पर ले | रस्सी कूद >  रस्सी कूदना न सिर्फ वजन को नियंत्रीत करता हैं | बल्कि हाइट को बढाने में भी उपयोगी है | इससे मेरुदंड में खिचाव पैदा होता है जीससे लम्बाई बढने में सहायता मीलती है |  तेराकी शरीर के लिए सम्पूर्ण व्यायाम है | इससे शरीर का रक्त संचार बेहतर होने के बाद लम्बाई भी बड़ने में मदद मिलती है | 

तलाक एक प्रेम कथा

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तलाक एक प्रेम कथा हुआ यों कि पति ने पत्नी को किसी बात पर तीन थप्पड़ जड़ दिए, पत्नी ने इसके जवाब में अपना सैंडिल पति की तरफ़ फेंका, सैंडिल का एक सिरा पति क े सिर को छूता हुआ निकल गया। मामला रफा-दफा हो भी जाता, लेकिन पति ने इसे अपनी तौहिनी समझी, रिश्तेदारों ने मामला और पेचीदा बना दिया, न सिर्फ़ पेचीदा बल्कि संगीन, सब रिश्तेदारों ने इसे खानदान की नाक कटना कहा, यह भी कहा कि पति को सैडिल मारने वाली औरत न वफादार होती है न पतिव्रता। इसे घर में रखना, अपने शरीर में मियादी बुखार पालते रहने जैसा है। कुछ रिश्तेदारों ने यह भी पश्चाताप जाहिर किया कि ऐसी औरतों का भ्रूण ही समाप्त कर देना चाहिए। बुरी बातें चक्रवृत्ति ब्याज की तरह बढ़ती है, सो दोनों तरफ खूब आरोप उछाले गए। ऐसा लगता था जैसे दोनों पक्षों के लोग आरोपों का वॉलीबॉल खेल रहे हैं। लड़के ने लड़की के बारे में और लड़की ने लड़के के बारे में कई असुविधाजनक बातें कही। मुकदमा दर्ज कराया गया। पति ने पत्नी की चरित्रहीनता का तो पत्नी ने दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया। छह साल तक शादीशुदा जीवन बीताने और एक बच्ची के माता-पिता होने

टूटी हड्डी जोड़ने में कारगर है हडजोड

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टूटी हड्डी जोड़ने में कारगर है हडजोड  हडजोड की आयुर्वेद में हड्डी जोड़ने की कारगर दवा बताया गया है | एसे अस्थि संधानक या अस्थिश्रंखला के नाम से भी जानते है | यह छ इंच की खंडाकर लता होती है | इसके हर खंड से एक नया पोधा पनप सकता है | ह्रदय के आकार वाली इस पोधे में लाल रंग के मटर के दाने के बराबर फल लगते है |  भूरे रंग का हडजोड पोधा स्वाद में कसेला और तीखा होता है इसकी बेल में हर 5-6 इंच पर गाठ होती है | इस पोधे के प्रकृति गर्म होती है | जेसा के इसके नाम से ही साफ है की यह टूटी हड्डीयो को जोड़ने में कारगर है | यह खाने और लगाने दोनों में कम आता है|  हडजोड में सोडियम , पोटेशियम , कार्बोनेट भरपूर मात्रा में पाया जाता है | इसमे पाए जाने वाले केल्शियम कार्बोनेट और फासफेट हड्डीयो को मजबूत करता है आयुर्वेद सेन्ट्रल लेब के एक शोध में यह पाया गया है की हडजोड के उपयोग से हड्डी के जुड़ने का समय 33-50 फीसदी तक कम हो जाता है | यानि पलास्टर के साथ हडजोड लिया जाये tओ हड्डी शीघ्रता से जुड़ती है | ये हड्डीयों को लचीला भी बनता है इसलिय इसका प्रयोग खिलाडीयों के लिए भी किया जाता है| ये

केन्सर से जुडी कुछ बाते सबके लिए जानना है जरुरी

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केन्सर से जुडी कुछ  बाते सबके लिए जानना है जरुरी  केंसर सबसे ज्यादा डरावनी और घातक बीमारी है जीससे सबसे ज्यादा लोगो की मोत होती है| पीछले दो साल में दुनिया में केंसर के मामलो में 100 प्रतिशत तक इजाफा देखने को मिला है| केंसर के नए और घातक रूपों में सामने आ रहे मामलो के लिए सभी को कुछ ट्रेंड्स और इससे बचने के उपाए समझना बेहद जरुरी है | 75 से 84 वर्ष की उम्र के लोगो में केंसर के लिए सबसे ज्यादा फेटेलिटर रेट होती है यानि सबसे ज्यादा जोखिम |वेसे 65 से 74 वर्ष की उम्र के लोगो को कमजोर ओर शरीर और कम प्रतिरोधक क्षमता के कारण केंसर होने का सबसे ज्यादा खतरा होता है | कई रिसर्च से पता चला है की पुरुषो में लगभग 43% को जबकि महिलाओ में 37% को केंसर का खतरा हो सकता है | यानि पुरुषो को महिलाओ की तुलना में केंसर का खतरा ज्यादा है | बचने के कुछ उपाए  ज्यादा वजन होने से अन्य बीमारिया ही नही प्रोस्टेट , पेन्क्रियाज , युट्रेस , ओवरी केंसर का खतरा रहता है इसलिए वजन पर कन्ट्रोल करना सबसे पहला काम होना चाहिए |  बुजुर्ग महिलाओ में ज्यादा वजन होने से ब्रेस्ट केंसर होन

घर के बड़ो को वक्त दीजिए ...

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  घर के बड़ो को वक्त दीजिए ... अगर आपको लगता है की बुजुर्ग बहुत सारे एम्पर्फच्सनके साथ रह रहे है तो जरा याद कीजिय आपके एसे कितने ही दोस्त होगे ,जब उन्हें चाहते है तो इन्हे क्यों नही | अगर आप चाहती हे की उम्र के तीसरे या चोथे पड़ाव में पहुसती हुइ आपकी माँ लम्बा और खुसहाल जीवन जीए तो आप आज से उन्हें आपना वक्त देना शुरू कीजिय | शोध साबित कर चुके हैकी माँ  के साथ वक्त बीता के वह दीर्घायु होगी | असल में ऐसा न केवल माँ , बल्कि घर के किसी भी बुजुर्ग के साथ होता है| साथ वक्त बिताने , खाना खाने उनकी बात सुनने से वे खुश रहने लगते है और इसका सीधा असर उनकी उम्रपर पड़ता है | फिर जेसा  आप वेवहार करती है , ठीक वेसा ही वेव्हार आपके बचे भी तो सीखते है.......... छह वर्ष तक हुए एस शोध में सामील 23 फीसदी लोग अकेलेपन की वजह से जल्द मर गए , जबकि जिन 14 फीसदी लोगो को किसी न किसी का साथ मिला हुआ , उनकी उम्र लम्बी रही वेसे देखा जाये तो अगर बुजर्गो को परिवार को भी परम्पराए ,आशीर्वाद दुलार उनसे मिलता है| ऐसा दरसल एसलिय होता है की हम चाहते है की जिन्हें हम जानते है , वे हमारी कद्र क

खून बढाने के घरेलू उपाय व् फल फ्रूट्स

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खून बढाने के घरेलू उपाय व् फल फ्रूट्स दो घंटे के लिए 2 चम्मच तिलों को पानी में भिगों लें और बाद में पानी से छानकर इसका पेस्ट बना लें अब इसमें 1 चम्मच शहद मिलाएं और दिन में दो बार सेवन करें। Ø     काफी और चाय का सेवन कम कर दें। एैसा इसलिए क्योंकि ये चीजें शरीर को आयरन लेने से रोकते हैं Ø   दो बार दिन में ठंडे पानी से नहाएऔर सुबह नहाने के बाद सूरज की रोशनी में बैठें। Ø     आप अपने भोजन में गेहूं , मोठ , मूंग और चने को अंकुरित करकेउसमें नींबू मिलाकर सुबह का नाश्ता लें। Ø     पके आम के गुदे को मीठे दूध के साथ सेवन करें। एैसा करने से खून तेजी से बढ़ता है। Ø     शरीर में खून की कमी को दूर करने के लिए मूंगफली के दानों को गुड़ के साथ चबा-चबा कर सेवन करें। Ø   सिंघाड़ा शरीर में खून और ताकत दोनो को बढ़ाता है। कच्चे सिंघाड़े को खाने से शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर तेजी से बढ़ता है। Ø   मुनक्का , अनाज , किशमिश , दालें और गाजर का नियमित सेवन करें और रात को सोने से पहले दूध में खजूर डालकर उसको पीएं। Ø   अमरूद , पपीता , चीकू , सेब और नींबू आदि फलो का अधिक से अधिक सेवन करें।

छोटी मोटी समस्याओं के लिए 20 घरेलु उपचार

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छोटी मोटी समस्याओं के लिए 20 घरेलु उपचार  * कांच या कंकर खानेके साथ पेट में जाने पर ईसबगोल भूसी गरम दूध के साथ तीन समय सेवन करें।  * घाव न पके, इसलिए गरम मलाई (जितनी गरम सहन कर सकें) बांधें। * तुतलापन दूर करने के लिए रात को सोने से पांच मिनट पूर्व दो ग्राम भुनी फिटकरी मुंह में रखें। * बच्चों का पेट दर्द होने पर अदरक का रस, पांच ग्राम तुलसी पत्र घोटकर, औटाकर बच्चों को तीन बार पिलाएं। * सर्दियों में बच्चों की सेहत के लिए तुलसी के चार पत्ते पीसकर 50 ग्राम पानी में मिलाएं। सुबह पिलाएं। * आमाशय का दर्द तुलसी पत्र को चाय की तरह औटाकर सुबह-सुबह लेना लाभदायक।  * सीने में जलन हो तो पावभर ठंडे जल में नीबू निचोड़कर सेवन करें। * शराब ज्यादा पी ली हो तो छह माशा फिटकरी को पानी/दूध में मिलाकर पिला दें या दो सेबों का रस पिला दें।  * अरहर के पत्तों का रस पिलाने से अफीम का नशा कम हो जाता है। * आधी छटांक अरहर दाल पानी में उबालकर उसका पानी पिलाने से भांग का नशा कम हो जाता है। * केला हजम करने के लिए दो छोटी इलायची काफी होती है। * आम ज्यादा खा लिए हों तो हजम करने के लिए थोड़ा सा नमक

पपीता लौटाएगा लंबे घने बाल

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पपीता लौटाएगा लंबे घने बाल  करें ऐसे इस्तेमाल। अगर आप अपने बालों को लंबा घना और काला बनाने के तरह तरह के तरीके अपनाकर थक चुके हैं तो हम बताते हैं आपको इसका रामबाण इलाज जो आपकी समस्या को खत्म कर देगा. रूखे और बेजान बाल आपकी खूबसूरती में बट्टा लगा देते हैं. बालों को ठीक करने के लिए आपको किसी कॉस्मेटिक की नहीं बल्कि आपके फ्रीज में पडे़ पपीते को इस्तेमाल में लाने की जरूरत है. कहा जाता हैं कि पपीते में पपाइन नाम का एक एंजाइम होता है. यह एंजाइम आपके बालों को जडो ं से मजबूत कर उन्हें लंबा और खूबसूरत बनाता है. आज हम आपको पपीते से बनने वाले कुछ हैर मास्क बताने जा रहे हैं. इन्हें आप रसोई में मौजूद सामग्री के साथ आसानी से तैयार कर सकते हैं. पपीता और दही से बनाएं हेयर मास्क - पपीते और दही का यह मास्क आपके बालों को मुलायम बनाएगा. साथ ही सर की खुजली से भी छुटकारा दिलाएगा. इस मास्क को तैयार करने के लिए कटोरी में पपीता डालें फिर उसमें 2 चम्मच दही मिलाएं. दोनों चीजों को मिलाकर एक मुलायम पेस्ट तैयार करें. फिर इस पूरे मास्क को अपने बालों में लगाकर उन्हें एक साफ तौलिए से लपेटें.

विभिन्न रोगों में अमर बेल से उपचार

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विभिन्न रोगों में अमर बेल से उपचार 1 खुजली :-अमर बेल को पीसकर बनाए गए लेप को शरीर के खुजली वाले अंगों पर लगाने से आराम मिलता है। 2 पेट के कीड़े :-अमर बेल और मुनक्कों को समान मात्रा में लेकर पानी में उबालकर काढ़ा तैयार कर लें। इस काढ़े को छानकर 3 चम्मच रोजाना सोते समय देने से पेट के कीडे़ नष्ट हो जाते हैं। 3 गंजापन (बालों का असमय झड़ जाना) :-बालों के झड़ने से उत्पन्न गंजेपन को दूर करने के लिए गंजे हुए स्थान पर अमर बेल को पानी में घिसकर तैयार किया लेप धैर्य के साथ नियमित रूप से दिन में दो बार चार या पांच हफ्ते लगाएं, इससे अवश्य लाभ मिलता है। 4 छोटे कद के बच्चों की वृद्धि हेतु:-जो बच्चे नाटे कद के रह गए हो, उन्हें आम के वृक्ष पर चिपकी हुई अमर बेल निकालकर सुखाएं और उसका चूर्ण बनाकर 1-1 चम्मच की मात्रा में सुबह-शाम पानी के साथ कुछ माह तक नियमित रूप से खिलाएं। 5 पेट के रोग:-अमर बेल के बीजों को पानी में पीसकर बनाए गए लेप को पेट पर लगाकर कपड़े से बांधने से गैस की तकलीफ, डकारें आना, अपान वायु (गैस) न निकलना, पेट दर्द एवं मरोड़ जैसे कष्ट दूर हो जाते हैं। 6 सुजाक व उपदंश:-अमर बेल का रस दो च

सेब खाने के 10 फायदे

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सेब खाने के फायदे 1- इसमें एंटी आक्सीडेंट पाए जाते हैं जो की हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार के कैंसरो को बढने से रोकता है| 2- सेब दिल की बिमारियों को भी ठीक कर देता है| 3- सेब से बहुत से मिनरल्स (पोटाशियम, कैल्सियम, फोस्फोरोस और मग्नेशियम, आयरन, कापर और जिंक) होते हैं जो कि त्वचा, नाखुनो और बालों के स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होतें हैं| 4- सेब खाने से दिमाग तेज होता है। पढ़ने वाले बच्चो को तो सेब जरुर खाना चाहिए| 5- सेब मे अधिक मात्रा मे एंटी आक्सीडेंट पाए जातें हैं जो कि कलोस्ट्रोल के लेवल को कम करने मे मदद करते हैं| 6- सेब खाने हमारे शरीर के फेफड़े स्वस्थ रहते हैं। 7- सेब हमारे शरीर मे ऐसे बेक्टेरिया को बढने मे मदद करता है जो हमारी पाचन प्रणाली को बढ़ाते हैं| 8- सेब का जूस हमारे शरीर मे से सभी हानिकारक तत्वों को बाहर निकाल देता है जिससे हमारी किडनी और लीवर कि बीमारियाँ ठीक हो जाती हैं| 9- सेब में पाया जाने वाला फाइबर दिल के मरीजों के लिए बहुत ही लाभदायक होता है| 10- सेब का जूस अधिक उम्र के लोगो के लिए बहुत लाभदायक होता है क्योंकि ये गठिया और जोड़ो के दर्द को कम करने मे म