Posts

Showing posts from October, 2017

29 साल में करनी चाहिए लड़कियों को शादी! जानें क्यों?

Image
शादी ​हर किसी के ​जीवन का वह पड़ाव होता है जिसके लिए हम कई सपने और ख्वाहिशें संजोय रहते हैं। भारत एक ऐसा देश है जहां व्यक्ति चाहे किसी भी धर्म या जाति का हो लेकिन शादी की रसमें और रिवाज बहुत ही मजेदार होती हैं। शादी जीवन का सबसे महत्वपूर्ण फैसला होता है। क्योंकि इसी के आधार पर हमारे आगे के जीवन की रूपरेखा तैयार होती है। इसीलिए बहुत जरूरी है कि आप अपनी शादी का फैसला बहुत सोच समझ कर लें। जिस तरह से हर चीज का सही समय होता है उसी तरह शादी का भी एक सही वक्त होता ​​है। शादी करने के लिए 29 साल की उम्र बिल्कुल परफेक्ट होती है। ऐसा क्यों? आइए जानते हैं इस लेख में। smile please :) LOVE YOU  दिल्ली, मुबंई और चंढीगढ़ जैसे शहरों को छोड़ दिया जाए तो हमारे देश के कोने-कोने में आज भी गांव बसता है। कहने का मतलब ये है कि ग्रामीण क्षेत्र होने के चलते माता-पिता अपने बच्चों की शादी जल्दी कर देते हैं। अगर हम उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड और झारखंड जैसे शहरों की बात करें तो यहां लगभग हर लड़की की शादी 20 साल और लड़के की 23-24 साल की उम्र तक कर दी जाती है। जो कि सही नहीं है। हांलांकि

नागफनी इन 20 रोगों में किसी वरदान से कम नही

Image
नागफनी इन 20 रोगों में किसी वरदान से कम नही नागफनी इन 20 रोगों में किसी वरदान से कम नही, करती है संजीवनी बूटी की तरह काम, नागफनी को संस्कृत भाषा में वज्रकंटका कहा जाता है . इसका कारण शायद यह है कि इसके कांटे बहुत मजबूत होते हैं . पहले समय में इसी का काँटा तोडकर कर्णछेदन कर दिया जाता था .इसके Antiseptic होने के कारण न तो कान पकता था और न ही उसमें पस पड़ती थी . कर्णछेदन से hydrocele की समस्या भी नहीं होती। नागफनी फल का हिस्सा flavonoids, टैनिन, और पेक्टिन से भरा हुआ होता है नागफनी के रूप में इसके अलावा संरचना में यह जस्ता, तांबा, पोटेशियम, आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम, फास्फोरस, मोलिब्डेनम और कोबाल्ट शामिल है। नागफनी, स्वाद में कड़वी और स्वाभाव में बहुत उष्ण होती है। यह पेट के अफारे को दूर करने वाली, पाचक, मूत्रल, विरेचक होती है। औषधीय प्रयोग के लिए इसके पूरे पौधे को प्रयोग किया जाता है। कुक्कर खांसी, में इसके फल को भुन कर खाने से लाभ होता है। इसके फल से बना शरबत पिने से पित्त विकार सही होता है। नागफनी का पौधा पशुओं से खेतों की रक्षा ही नहीं करता बल्कि रोगों से हमारे शरी