Posts

Showing posts from August, 2017

दही में नमक डाल कर न खाऐं

Image
कभी भी आप दही को नमक के साथ मत खाईये . दही को अगर खाना ही है, तो हमेशा दही को मीठी चीज़ों के साथ खाना चाहिए, जैसे कि चीनी के साथ, गुड के साथ, बूरे के साथ आदि. इस क्रिया को और बेहतर से समझने के लिए आपको बाज़ार जाकर किसी भी साइंटिफिक इंस्ट्रूमेंट की दूकान पर जाना है, और वहां से आपको एक लेंस खरीदना है. अब अगर आप दही में इस लेंस से देखेंगे तो आपको छोटे-छोटे हजारों बैक्टीरिया नज़र आएंगे. ये बैक्टीरिया जीवित अवस्था में आपको इधर-उधर चलते फिरते नजर आएंगे. ये बैक्टीरिया जीवित अवस्था में ही हमारे शरीर में जाने चाहिए, क्योंकि जब हम दही खाते हैं तो हमारे अंदर एंजाइम प्रोसेस अच्छे से चलता है. *हम दही केवल बैक्टीरिया के लिए खाते हैं. * दही को आयुर्वेद की भाषा में जीवाणुओं का घर माना जाता है. अगर एक कप दही में आप जीवाणुओं की गिनती करेंगे तो करोड़ों जीवाणु नजर आएंगे. अगर आप मीठा दही खायेंगे तो ये बैक्टीरिया आपके लिए काफ़ी फायेदेमंद साबित होंगे. *वहीं अगर आप दही में एक चुटकी नमक भी मिला लें तो एक मिनट में सारे बैक्टीरिया मर जायेंगे और उनकी लाश ही हमारे अंदर जाएगी जो कि किसी काम नहीं आएग

कैसे सड़े कैले को फिर से फ्रेश किया जा सकता है

Image
यह बहुत उपयोगी है क्योंकि आप देख सकते हैं कि सड़े केले फिर से फ्रेश कैसे हो सकते है ! चाoवल के एक बैग में भूरा केला छड़ी। यह कुछ नमी को छूटेगा, जैसे आप इसे गीला सेलफोन के साथ उदाहरण के लिए ये पूरा विडियो देखो |

आयुर्वेद ओषधि से क्या क्या लाभ होते है

Image
आयुर्वेद ओषधि से लाभ आयुर्वेद किसी भी बीमारी को ठीक करने का या हेल्थ ठीक रखने का एक ऐसा तरीका है जो कि कई सालों से इस्तेमाल किया जा रहा है और अब तो विदेशों में भी इसका चलन बढ़ गया है और विदेशी भी इसकी ओर रुख कर रहे हैं। आज हम आपको किसी बीमारी के इलाज के लिए टिप्स नहीं दे रहे हैं, बल्कि हम आपको कुछ ऐसे टिप्स दे रहे हैं, जिसे आप हर रोज अपनाकर बीमारियों से दूर रह सकते हैं। खाना खाने के तुरंत बाद कभी भी पानी नहीं पीना चाहिए और पानी हमेशा खाना खाने के 40 मिनट बाद ही पीना चाहिए। साथ ही खाने से करीब 45 मिनट पहले पानी पीना चाहिए। – अगर आप कमर दर्द से परेशान हैं तो अश्वगंधा चूर्ण और सौंठ चूर्ण बराबर मात्रा में मिला लें और इसमे से आधा चम्मच चूर्ण सुबह साम गुनगुने पानी से सेवन करें। ऐसा करने से कमर दर्द में लाभ होता है। – जोड़ो का दर्द होने पर हल्दी मेथी दाना और सौंठ 100-100 ग्राम की मात्रा में लेकर चूर्ण कर लें और इन्हें मिलाकर 1-1 चम्मच नाश्ते व शाम के खाने के बाद गुनगुने पानी से लें। इसके सेवन से जोड़ो के दर्द, गठिया, कमर दर्द आदि में फायदा मिलता है। – अगर आप घुटनों के दर

पपीता लौटाएगा लंबे घने बाल

Image
पपीता लौटाएगा लंबे घने बाल अगर आप अपने बालों को लंबा घना और काला बनाने के तरह तरह के तरीके अपनाकर थक चुके हैं तो हम बताते हैं आपको इसका रामबाण इलाज जो आपकी समस्या को खत्म कर देगा. रूखे और बेजान बाल आपकी खूबसूरती में बट्टा लगा देते हैं. बालों को ठीक करने के लिए आपको किसी कॉस्मेटिक की नहीं बल्कि आपके फ्रीज में पडे़ पपीते को इस्तेमाल में लाने की जरूरत है. कहा जाता हैं कि पपीते में पपाइन नाम का एक एंजाइम होता है. यह एंजाइम आपके बालों को जडों से मजबूत कर उन्हें लंबा और खूबसूरत बनाता है. आज हम आपको पपीते से बनने वाले कुछ हैर मास्क बताने जा रहे हैं. इन्हें आप रसोई में मौजूद सामग्री के साथ आसानी से तैयार कर सकते हैं. पपीता और दही से बनाएं हेयर मास्क - पपीते और दही का यह मास्क आपके बालों को मुलायम बनाएगा. साथ ही सर की खुजली से भी छुटकारा दिलाएगा. इस मास्क को तैयार करने के लिए कटोरी में पपीता डालें फिर उसमें 2 चम्मच दही मिलाएं. दोनों चीजों को मिलाकर एक मुलायम पेस्ट तैयार करें. फिर इस पूरे मास्क को अपने बालों में लगाकर उन्हें एक साफ तौलिए से लपेटें. पैक को बालों में एक घंटे

जानिये फल खाने का सही तरीका

Image
जानिये फल खाने का सही तरीका 1) फलों को खाली पेट खाना चाहिएसाधारणतया जब आप फल खाते हैं तो शरीर इनके पोषक तत्वों को पचाने के लिए एंजाइम बनाता है। अब यदि आप खाली पेट फल खाते हैं तो शरीर को इन्हें पचाने में कम समय लगेगा और सभी पोषक तत्व आसानी से अवशोषित कर लिए जाएँगे। इसलिए, अब आपको शायद जवाब मिल गया कि फल कब खाने चाहिए। 2) ज्यादा खाना खाने के बाद फल ना खाएं यदि आप खाने के बाद फल खाना चाहते हैं तो 2 से 3 घंटे के अंतराल के बाद खाएं। भारी या अच्छी तरह खाना खाने के बाद फल खाने से उन्हें पचाने में परेशानी होती है। इसलिए इससे पेट में जलन या भारीपन महसूस होता है और इससे अपच और डकार से संबन्धित समस्याएँ पैदा होती हैं। 3) फल खाने का सही समय क्या है?आपने जाना कि फल कब नहीं खाने चाहिए? फल कब खाने चाहिए? नूट्रिशनिस्ट का मानना है कि फलों का सबसे ज्यादा फायदा सुबह खाली पेट खाने से मिलता है। या फिर इन्हें नाश्ते और लंच के बीच अंतराल रखकर खाएं। 4) आप फल कैसे खा सकते हैं? आपने जान लिया कि फल कब खाने चाहिए अब यह जानना भी जरूरी है कि फल कैसे खाएं। यदि आप डाइट पर हैं तो फलों को सलाद के रू

गर्भावस्‍था में स्‍मोकिंग से बच्चे को अस्‍थमा का खतरा!

Image
एक्‍सपर्ट की मानें तो गर्भावस्था में धूम्रपान से बच्चे को अस्थमा होने का खतरा हो सकता है। दूषित वातावरण के कारण यह बीमारी किशोरों, वयस्कों या अन्य लोगों को भी हो सकती है। व्यक्ति जहां रहता है यदि वहां का वातावरण धूल और गंदगी भरा हो तो दमा होने की संभावना बहुत बढ़ जाती है। इसके अलावा घर की कुछ वस्तुएं जिनसे रोगी को एलर्जी होती हो या एलर्जी के अन्य कारक जैसे कॉकरोच, जानवरों के बालों की रूसी तथा फफूंद भी अस्थमा होने के कारण हो सकते हैं। कुछ विशिष्ट प्रकार के वायरस के कारण भी अस्थमा हो सकता है। सांस की तकलीफ का जड़ से सफाया करता है ये आयुर्वेदिक उपाय! विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि आनुवांशिक या अन्य वजह जैसे घर के पालतू जानवर, बाहर का वायु प्रदूषण, सुगंधित सौन्दर्य प्रसाधन, सर्दी, फ्लू, ब्रोंकाइटिस, साइनोसाइटिस का संक्रमण, धूम्रपान, व्यक्ति विशेष को कुछ विशेष खाद्य पदार्थों से एलर्जी, महिलाओं में हार्मोनल बदलाव एवं कुछ विशेष प्रकार की दवाएं भी अस्थमा का कारण बन सकती हैं। यह बीमारी किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है। जब किसी व्यक्ति के श्वसन के रास्ते में सूजन आ जाती है तो श्वसन

कोन कैसा होता है ? आपका सचा दोस्त पढिये इस कहानी को जानिए सची दोस्ती की

Image
एक बेटे के अनेक मित्र थे जिसका उसे बहुत घमंड था। पिता का एक ही मित्र था लेकिन था सच्चा । एक दिन पिता ने बेटे को बोला कि तेरे बहुत सारे दोस्त है उनमें से आज रात तेरे सबसे अच्छे दोस्त की परीक्षा लेते है। बेटा सहर्ष तैयार हो गया। रात को 2 बजे दोनों बेटे के सबसे घनिष्ठ मित्र के घर पहुंचे, बेटे ने दरवाजा खटखटाया, दरवाजा नहीं खुला,बार-बार दरवाजा ठोकने के बाद अंदर से बेटे का दोस्त उसकी माताजी को कह रहा था माँ कह दे मैं घर पर नहीं हूँ।यह सुनकर बेटा उदास हो गया, अतः निराश होकर दोनों लौट आए। फिर पिता ने कहा कि बेटे आज तुझे मेरे दोस्त से मिलवाता हूँ। दोनों पिता के दोस्त के घर पहुंचे। पिता ने अपने मित्र को आवाज लगाई। उधर से जवाब आया कि ठहरना मित्र, दो मिनट में दरवाजा खोलता हूँ। जब दरवाजा खुला तो पिता के दोस्त के एक हाथ में रुपये की थैली और दूसरे हाथ में तलवार थी। पिता ने पूछा, यह क्या है मित्र। तब मित्र बोला....अगर मेरे मित्र ने दो बजे रात्रि को मेरा दरवाजा खटखटाया है, तो जरूर वह मुसीबत में होगा और अक्सर मुसीबत दो प्रकार की होती है,या तो रुपये पैसे की या किसी से विवाद हो गया हो।

स्वस्थ रहने के 10 मंत्र

Image
स्वस्थ रहने के 10 मंत्र अगर आप अपनी दिनचर्या में ये 10 चीजें शामिल कर लें तो रोग आपको छू भी नहीं पायेगा. हृदय रोग, शुगर , जोड़ों के दर्द, कैंसर, किडनी, लीवर आदि के रोग आपसे कोसों दूर रहेंगे . 1. आंवला । किसी भी रूप में थोड़ा सा आंवला हर रोज़ खाते रहे, जीवन भर उच्च रक्तचाप और हार्ट फेल नहीं होगा, इसके साथ चेहरा तेजोमय बाल स्वस्थ और सौ बरस तक भी जवान महसूस करेंगे। 2. मेथी मेथीदाना पीसकर रख ले। एक चम्मच एक गिलास पानी में उबाल कर नित्य पिए। मीठा, नमक कुछ भी नहीं डाले इस पानी में। इस से आंव नहीं बनेगी, शुगर कंट्रोल रहेगी जोड़ो के दर्द नहीं होंगे और पेट ठीक रहेगा। 3. छाछ तेज और ओज बढ़ने के लिए छाछ का निरंतर सेवन बहुत हितकर हैं। सुबह और दोपहर के भोजन में नित्य छाछ का सेवन करे। भोजन में पानी के स्थान पर छाछ का उपयोग बहुत हितकर हैं 4.हरड़ हर रोज़ एक छोटी हरड़ भोजन के बाद दाँतो तले रखे और इसका रस धीरे धीरे पेट में जाने दे। जब काफी देर बाद ये हरड़ बिलकुल नरम पड़ जाए तो चबा चबा कर निगल ले। इस से आपके बाल कभी सफ़ेद नहीं होंगे, दांत 100 वर्ष तक निरोगी रहेंगे और पेट के र

"बुद्धिमान कौआ"

Image
"बुद्धिमान कौआ" बहुत साल पुरानी बात है, एक धनवान राज्य में बहुत बड़ा और पुराना बरगद का पेड़ था। उस पेड़ पर एक कौआ-कव्वी का जोड़ा अपने घोसले में रहता था। ये जोड़ा दिनभर भोजन की तलाश में बाहर रहता और शाम होते ही लौट आता। उसी पेड़ के पास एक दुष्ट सांप भी रहता था। कौआ-कव्वी का जोड़ा बहुत आराम से गुज़र-बसर कर रहा था। इसी बीच कव्वी ने अंडे दिए, दोनों बेहद ख़ुश थे। लेकिन एक दिन जब वो बाहर गए, तो सांप उनके अंडों को खा गया। दोनों बहुत रोये। अब हर साल मौसम आने पर कव्वी अंडे देती और वो सांप मौका पाकर उनके घोसले में जाकर अंडे खा जाता। वो दोनों ही समझ नहीं पा रहे थे कि आखिर उनके बच्चों का दुश्मन कौन है? लेकिन जल्द ही वो समझ गए कि हो न हो यह काम उस सांप का ही है। सांप तो अंडे खाकर चला गया, लेकिन कव्वी के दिल पर जो बीता वो सोचा भी नहीं जा सकता था। कौए ने अपनी पत्नी को ढाढस बंधाया, “अब हमें शत्रु का पता चल चूका है, तो हम कुछ उपाय भी ज़रूर सोच लेंगे.” कौए ने काफ़ी सोचा और अपनी मित्र लोमड़ी से सलाह लेने दोनों उसके पास गए। लोमड़ी ने अपने मित्रों की दुख भरी कहानी सुनी। लोमड़ी ने क

भोजन करने के 10 आयुर्वेदिक नियम

Image
भोजन करने के 10 आयुर्वेदिक नियम भारत के परिवारों की रसोई में आयुर्वेदिक ज्ञान का प्रयोग व प्रभाव आज भी स्पष्ट परिलक्षित है। जिस प्रकार आयुर्वेदोक्त खाद्य पदार्थों पर आधुनिक काल में हुई शोध के निष्कर्ष आयुर्वेदोक्त द्रव्यों की उपयोगिता सिद्ध करते हैं, उसी प्रकार भोजन के विधि-विधान भी उपयोगी हैं। हालाँकि भोजन ग्रहण करते समय ध्यान में रखे जाने नियमों या प्रोटोकॉल पर ठोस शोध होना चाहिये, परन्तु अनुभवजन्य ज्ञान से इन सिद्धांतों की पुष्टि हुई है। आयुर्वेद में दर्शित भोजन के सुस्पष्ट नियम, निहित तर्क एवं पालन न करने से होने वाली समस्याओं का वर्णन आज भी यथावत उपयोगी है। वैश्विक स्तर पर भारी वैज्ञानिक शोध के बाद भी महर्षि चरक की आहार-विधि या नियमों में एक भी नियम ऐसा नहीं है जिसे आधुनिक वैज्ञानिक शोध के द्वारा नकारा या बदला गया हो। इन नियमों को संक्षेप में समझना व दैनिक-जीवन में उपयोग करना आवश्यक है। संहिताओं, आयुर्वेदाचार्यों के अनुभवजन्य ज्ञान एवं वैज्ञानिक शोध पर आधारित यह चर्चा स्वस्थ व्यक्ति व रोगी दोनों के लिये ही लाभकारी है। 1. उष्णाहार सिद्धांत या गर्मागर्म भोजन का स

जीरे के फायदे और नुकसान

Image
जीरे के फायदे और नुकसान खाने के स्वाद को बढ़ाने के अलावा जीरा आपके स्वास्थ्य को भी बढ़ाता है। यह एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-फ्लैटुलेंटगुणों का घर माना जाता है। इसके अलावा यह डाइटरी फाइबर और लौह, तांबा,कैल्शियम,पोटेशियम, मैग्नीज, सेलेनियम, जिंक, विटामिन्स और मैग्नीशियम का बहुत अच्छा स्रोत है। आप जीरे के साबुत बीज एवं जीरा पाउडर दोनों का ही सेवन अपने स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए कर सकते हैं। कई ऐसे पदार्थ जिनका उपयोग हम खाना बनाने में नियमित तौर पर करते हैं उनका उपयोग कई प्रकार की बीमारियों के उपचार में तथा कई बीमारियों को रोकने में सहायक होता है जीरे के फायदे हैं ( 1 ) वजन घटाने में सहायक जीरा भी वजन घटाने वाले आहार के रूप में उपयोग किया जाता है। क्लिनिकल प्रैक्टिस की कॉंप्लिमेंटरी थेरपीज़ में प्रकाशित 2014 के एक अध्ययन में अधिक वजन औरमोटापेसे ग्रस्त महिलाओंके शरीर की संरचना और लिपिड प्रोफाइल पर जीरा पाउडर के सकारात्मकप्रभाव का उल्लेख किया गया है। यह शरीर में चर्बी एवं कोलेस्ट्रॉल को कम करने में अति सहायक है। इसके अलावा यह आपकी चयापचय क्रियाओं को उत्त

कृष्ण और सुदामा की मित्रता

Image
कृष्ण और सुदामा की मित्रता  कृष्ण-सुदामा की मित्रता बहुत प्रचलित है। सुदामा गरीब ब्राह्मण थे। अपने बच्चों का पेट भर सके उतने भी सुदामा के पास पैसे नहीं थे। सुदामा की पत्नी ने कहा, "हम भले ही भूखे रहें, लेकिन बच्चों का पेट तो भरना चाहिए न?" इतना बोलते-बोलते उसकी आंखों में आंसू आ गए। सुदामा को बहुत दुख हुआ। उन्होंने कहा - "क्या कर सकते हैं? किसी के पास माँगने थोड़े ही जा सकते है।" पत्नी ने सुदामा से कहा - "आप कई बार कृष्ण की बात करते हो। आपकी उनके साथ बहुत मित्रता है ऐसा कहते हो। वे तो द्वारका के राजा हैं।  वहां क्यों नहीं जाते ? जाइए न ! वहां कुछ भी मांगना नहीं पड़ेगा !" सुदामा को पत्नी की बात सही लगी। सुदामा ने द्वारका जाने का तय किया। पत्नी से कहा - "ठीक है, मैं कृष्ण के पास जाऊंगा। लेकिन उसके बच्चों के लिए क्या लेकर जाऊं ?"सुदामा की पत्नी पड़ोस में से पोहे ले आई। उसे फटे हुए कपडे में बांधकर उसकी पोटली बनाई। सुदामा उस पोटली को लेकर द्वारका जाने के लिए निकल पड़े। द्वारका देखकर सुदामा तो दंग रह गए। पूरी नगरी सोने की थी।  लोग बहुत सुख

एम्बुलेंस दादा जलपाईगुड़ी

Image
"एम्बुलेंस दादा " को मिला पद्म्श्री अपनी मोटरसाईकिल से लोगो को फ्री में पहुचाते है हॉस्पिटल जलपाईगुड़ी: मिलिए एक ऐसे अंजान हीरो से जो अब तक आम लोगों की भीड़ में छुपा हुआ था। करीमुल हक़, जिन्हें सोशल वर्क के लिए पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। करीमुल हक को एम्बुलेंस दादा के नाम से भी जाना जाता है। करीमुल हक ने अपने गांव धालाबाड़ी में 24 घंटे की एम्बुलेंस सेवा शुरू की। करीमुल गरीब मरीजों को अपनी बाइक पर लेकर हॉस्पिटल पहुंचाते हैं और कई बार वो उन्हें फर्स्ट ऐड भी देते हैं। करीमुल ने कहा कि उन्होंने यह कभी नहीं सोचा था कि पश्चिम बंगाल के दूर-दराज़ के गांव में रहने वाला कोई व्यक्ति इस तरह का प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त कर सकेगा। अपनी मां को धन्यवाद देता हूँ जोकि अब इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन उन्हें खोने के बाद ही मुझे समाज के लिए काम करने की जरूरत महसूस हुई। मैं इस सम्मान के लिए सरकार का धन्यवाद करना चाहता हूँ। करीमुल का गांव अब जश्न के मूड में है, क्योंकि उन्हें विराट कोहली, दीपा करमाकर और मीनाक्षी अम्मा के समकक्ष यह सम्मान प्राप्त करने का गौरव हासिल

लालच का बुरा परिणाम

Image
एक गांव में एक किसान रहता था। उसकी सारी ज़मीन पिछले 2-3 सालों से सूखे की मार झेल रही थी और वो पूरी तरह सूख चुकी थी। सर्दी का मौसम आ चुका था। किसान पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। तभी उसकी नज़र पास बने बिल पर गई, वहां एक सांप अपना फन उठाए बैठा था। किसान के मन में एक बात आई कि यह सांप तो सालों से यही रहता होगा, लेकिन मैंने इसकी कभी पूजा नहीं की और शायद यही वजह है कि मेरी सारी ज़मीन सूख गई है। किसान ने ठान लिया कि मैं हर रोज़ सांप की पूजा किया करूंगा। किसान एक कटोरे में दूध ले आया और बिल के पास रखकर कहने लगा - “हे नागराज, मुझे नहीं पता था कि आप यहां रहते हैं, इसलिए मैंने कभी आपकी पूजा नहीं की। मुझे क्षमा करें, अब से मैं रोज़ आपकी पूजा करूंग।” सुबह देखा, तो उस दूध के कटोरे में कुछ चमक रहा था। पास जाकर किसान ने देखा, तो वह सोने का सिक्का था। अब तो यह रोज़ का सिलसिला हो गया था। किसान रोज़ सांप को दूध पिलाता और उसे सुबह एक सोने का सिक्का मिलता। एक दिन किसान को किसी काम से दूसरे गांव जाना पड़ा, तो उसने अपने बेटे को रोज़ सांप को दूध पिलाने को कहा। किसान के बेटे ने वैसा ही किया। अगली सुबह उसे

तोरी का सेवन Liver के लिए है गुणकारी

Image
तुरई या तोरी एक सब्जी है जिसे लगभग संपूर्ण भारत में उगाया जाता है। तुरई का वानस्पतिक नाम लुफ़्फ़ा एक्युटेंगुला है। तुरई को आदिवासी विभिन्न रोगों के उपचार के लिए उपयोग में लाते हैं। मध्यभारत के आदिवासी इसे सब्जी के तौर पर बड़े चाव से खाते हैं और हर्बल जानकार इसे कई नुस्खों में इस्तमाल भी करते हैं। 1) लिवर के लिए गुणकारी :- आदिवासी जानकारी के अनुसार लगातार तुरई का सेवन करना सेहत के लिए बेहद हितकर होता है। तुरई रक्त शुद्धिकरण के लिए बहुत उपयोगी माना जाता है। साथ ही यह लिवर के लिए भी गुणकारी होता है। 2) पीलिया समाप्त हो जाता है पीलिया होने पर अगर रोगी की नाक में 2 बूंद तोरई के फल का रस डाल दें , तो नाक से पीले रंग का द्रव बाहर निकलता है। आदिवासी मानते हैं कि इससे पीलिया रोग जल्दी समाप्त हो जाता है। ● Other Benefits :- बाल काले करने के लिए , मस्से झड़ते हैं , पथरी में आराम , दाद , खाज और खुजली से राहत , पेट दर्द दूर होता है , डायबिटीज़ में फायदा। 3) पथरी में आराम तुरई की बेल को दूध या पानी में घिसकर 5 दिनों तक सुबह शाम पिया जाए , तो पथरी में आराम मिलता है। 4- द

जीवनोपयोग

Image
जीवनोपयोग 1. सुबह उठ कर कैसा पानी पीना चाहिए उत्तर - हल्का गर्म 2. पानी पीने का क्या तरीका होता है उत्तर - सिप सिप करके व नीचे बैठ कर 3. खाना कितनी बार चबाना चाहिए उत्तर. - 32 बार 4. पेट भर कर खाना कब खाना चाहिए उत्तर. - सुबह 5. सुबह का नाश्ता कब तक खा लेना चाहिए उत्तर. - सूरज निकलने के ढाई घण्टे तक 6. सुबह खाने के साथ क्या पीना चाहिए उत्तर. - जूस 7. दोपहर को खाने के साथ क्या पीना चाहिए उत्तर. - लस्सी / छाछ 8. रात को खाने के साथ क्या पीना चाहिए उत्तर. - दूध 9. खट्टे फल किस समय नही खाने चाहिए उत्तर. - रात को 10. आईसक्रीम कब खानी चाहिए उत्तर. - कभी नही 11. फ्रिज़ से निकाली हुई चीज कितनी देर बाद खानी चाहिए उत्तर. - 1 घण्टे बाद 12. क्या कोल्ड ड्रिंक पीना चाहिए उत्तर. - नहीं 13. बना हुआ खाना कितनी देर बाद तक खा लेना चाहिए उत्तर. - 40 मिनट 14. रात को कितना खाना खाना चाहिए उत्तर. - न के बराबर 15. रात का खाना किस समय कर लेना चाहिए उत्तर. - सूरज छिपने से पहले 16. पानी खाना खाने से कितने समय पहले पी सकते हैं उत्तर. - 48

निम्बू के 30 फायदेे

Image
निम्बू के 30 फायदेे नींबू का रस आपको ताज़गी का एहसास तो दिलाता ही है,साथ ही कई प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से मुक्ति भी दिलाने का काम करता है। 1-शुद्ध शहद में नींबू की शिकंजी पीने से मोटापा दूर होता है। 2-नींबू के सेवन से सूखा रोग दूर होता है। 3-नींबू का रस एवं शहद एक-एक तोला लेने से दमा में आराम मिलता है। 4-नींबू का छिलका पीसकर उसका लेप माथे पर लगाने से माइग्रेन ठीक होता है। 5- नींबू में पिसी काली मिर्च छिड़क कर जरा सा गर्म करके चूसने से मलेरिया ज्वर में आराम मिलता है। 6-नींबू के रस में नमक मिलाकर नहाने से त्वचा का रंग निखरता है और सौंदर्य बढ़ता है। 7- नौसादर को नींबू के रस में पीसकर लगाने से दाद ठीक होता है। 8- नींबू के बीज को पीसकर लगाने से गंजापन दूर होता है। 9-बहरापन हो तो नींबू के रस में दालचीनी का तेल मिलाकर डालें। 10-आधा कप गाजर के रस में नींबू निचोड़कर पिएं, रक्त की कमी दूर होगी। 11- दो चम्मच बादाम के तेल में नींबू की दो बूंद मिलाएं और रूई की सहायता से दिन में कई बार घाव पर लगाएं, घाव बहुत जल्द ठीक हो जाएगा। 12- प्रतिदिन नाश्ते से प

जीवन का आधार ............. आयुर्वेद

Image
जीवन का आधार ............. आयुर्वेद    कोन        कहता है कि भारत में ज्यादा से ज्यादा केवल 350 दवाओं की आवश्यकता है और हमारे देश में बिक रही है 84000 दवाएं | यानी जिन दवाओं कि जरूरत ही नहीं है ,वो डॉक्टर हमें खिलाते है | क्यों कि जितनी ज्यादा दवाए बिकेगी डॉक्टर का कमिशन उतना ही बढ़ेगा |एक बात साफ़ तौर पर साबित होती है कि भारत में एलोपैथी का इलाज कारगर नहीं हुअा है | एलोपैथी का इलाज सफल नहीं हो पाया है| इतना पैसा खर्च करने के बाद भी बीमारियाँ कम नहीं हुई बल्कि और बढ़ गई हैं | यानी हम बीमारी को ठीक करने के लिए जो एलोपैथी दवा खाते है उससे और कई नई तरह की बीमारियाँ सामने आने लगी है |ये दवा कंपनिया डाक्टरों को बहुत बड़ा कमिशन देती है | यानी डॉक्टर कमिशनखोर हो गए हैं, या यूँ कहें कि डॉक्टर दवा कम्पनियों के एजेंट हो गए हैं तो गलत नहीं होगा | सारांश के रूप में हम कहें कि मौत का खुला व्यापार धड़ल्ले से पूरे भारत में चल रहा है तो कोई गलत नहीं होगा| फिर सवाल आता है कि अगर इन एलोपैथी दवाओं का सहारा न लिया जाये तो क्या करे ? इन बामारियों से कैसे निपटा जाऐ ?........... तो इसका एक ह

एनीमिया रोगियों के लिए फायदेमंद है आडू

Image
एनीमिया रोगियों के लिए फायदेमंद है आडू  यह है पोषक तत्व   इसमे कार्बोहाइड्रेट,फाएबर, विटामिन और विटामिन-सी पाया जाता है | इसके आलावा इसमे केल्शियम, पोटेशियम व आयरन तत्व होते है |  शरीर से विषेले तत्वों को बाहर निकाल कर रोगप्रतिरोधक क्षमता बडाने वाला आडू पेट और लीवर को भी दूरस्थ रखता है | इसमे मोजूद बिटा केरोटिन विटामिन-ए का निर्माण करता है जो रेटिना को स्वस्थ रखने के साथ आखो की रोशनी भी बदाता है| यह एंटीओक्सिडेंट से भरपूर होता है जो ब्रेस्ट केंसर की आशंका को कम करने के साथ कीमोथेरेपी के साएड इफेक्ट से भी बचाता है | एनीमिया के रोगियों के लिए यह ख़ास फायदेमंद है | इसमे मोजूद बीटा केरोटिन आखो की रौशनी को बडाता है |  यह है फायदे  इसे दुसरे फलो के साथ मिलाकर न खाएं | भोजन के तुरंत बाद खाने की बजाय इसे आधे घटे बाद खाए एक आडू में12 ग्राम चीनी होती है तो आडू खा सकते है | यह आप को कई बीमारियों से दूर रख सकता है | इसे खाते समय एक बात का ध्यान रखना जरूरी है की जिन्हें एलर्जी और शरीर में सुजन की समस्या वे इसे खाने से पहले डॉक्टरी सलाह ले |

रस्सी कूदने के फायदे

Image
रस्सी कूदने के फायदे रस्सी कूदना मेरे बचपन में लड़कियों का एक आवश्यक खेल हुआ करता था, जिस तरह लड़के चोर-पुलिस का खेल खेलते ही थे. लगातार रस्सी कूदना, आगे और पीछे की दिशा में रस्सी कूदना जैसे कई तरह की विविधताएँ थी इस खेल में. आजकल शायद ही छोटे शहरों या कस्बो के बच्चों में इसका अस्तित्व बचा हो. रस्सी कूदने के लिए सिर्फ एक रस्सी चाहिए होती थी जिसके अंत में हैंडल होते थे. यह एक सस्ता, सुलभ खेल था. खेल के साथ ही रस्सी कूदना एक गज़ब की एक्सरसाइज भी है. 1) 10 मिनट तक रस्सी कूदना 8 मिनट तक दौड़ने के बराबर होता है. एक मिनट तक रस्सी कूदने से 10 से 16 कैलोरी ऊर्जा खर्च होती है. 2) बॉक्सर्स मतलब मुक्केबाजो को आपने रस्सी कूदते जरुर देखा होगा. इसका कारण है कि रस्सी कूदने से शरीर की बैलेंसिंग इम्प्रूव होती है और पैरो के मूवमेंट में फुर्ती और कण्ट्रोल बढ़ता है, जोकि बॉक्सिंग में बहुत काम देता है. 3) रस्सी कूदने से हड्डियों की बनावट में सघनता आती है और हड्डियाँ मजबूत बनती है. रस्सी कूदने में लय, रणनीति और संचालन का समन्वय होता है जोकि दिमाग के लिए भी एक बढ़िया एक्सरसाइज है. 4) वजन घ

गंजेपन का सफल इलाज

Image
गंजेपन का सफल इलाज लोग बालो कि समसया से काफ़ी परेशान हैं. जैसे की बाल झड़ना या बाल रहना ही ना.... तो उन सबके लिए एक बहुत ही आसान सा उपाय कनेर के 60-70 ग्राम पत्ते (लाल या पीली दोनों में से कोई भी या दोनों ही एक साथ ) ले के उन्हें पहले अच्छे से सूखे कपडे से साफ़ कर लें ताकि उनपे जो मिटटी है वो निकल जाये.,. अब एक लीटर सरसों का तेल या नारियल का तेल या जेतून का तेल ले के उसमे पत्ते काट काट के डाल दें. अब तेल को गरम करने के लिए रख दें. जब सारे पत्ते जल कर काले पड़ जाएँ तो उन्हें निकाल कर फेंक दें और तेल को ठण्डा कर के छान लें और किसी बोटल में भर के रख लें..... पर्योग विधि :- रोज़ जहाँ जहाँ पर भी बाल नहीं हैं वहां वहां थोडा सा तेल ले के बस 2 मिनट मालिश करनी है और बस फिर भूल जाएँ अगले दिन तक. ये आप रात को सोते हुए भी लगा सकते हैं और दिन में काम पे जाने से पहले भी... बस एक महीने में आपको असर दिखना शुरू हो जायेगा.. सिर्फ 10 दिन के अन्दर अन्दर बाल झड़ने बंद हो जायेंगे या बहुत ही कम... और नए बाल भी एक महीने तक आने शुरू हो जायेंगे......

बड़े काम का छोटा पुदीना

Image
बड़े काम का छोटा पुदीना 1) सलाद में इसका उपयोग स्वास्थ्यवर्धक है। अगर इसकी पत्तियों को रोज चबाया जाए तो दंत रोग, पायरिया, मसूढों से रक्त निकलना आदि रोग दूर हो जाते हैं। 2) एक गिलास पानी में पुदीने की 4-5 पत्तियां उबालें! ठंडा होने पर फ्रिज में रख दें। इस पानी से कुल्ला करने से मुंह की बदबू दूर हो जाती है। 3) पुदीने की बनी चाय पीने से स्‍किन स्‍मस्‍या और पेट की सभी समस्‍याएं दूर होती हैं। यह पेट को साफ करता है और त्‍वचा से पिंपल हटाता है। 4) पुदीना कीटाणुनाशक होता है। यदि घर के चारों ओर पुदीन के तेल का छिडकाव कर दिया जाए, तो मक्खी, मच्छर, चींटी आदि कीटाणु भाग जाते हैं। 5) पुदीने की पत्तियों को पीस कर लेप करने से, भाप लेने से, मुहांसे, चेहरे की झाइयों और दागों में लाभ होता है। 6) एक टब में पानी भर कर उसमें कुछ बूंद पुदीने का तेल डालकर यदि उसमें पैर रखे जाएं तो थकान से राहत मिलती है। 7) पुदीने का ताजा रस क्षय रोग, अस्थमा और विभिन्न प्रकार के श्वास रोगों में बहुत लाभकारी है। 8) पानी में नींबू का रस, पुदीना और काला नमक मिलाकर पीने से मलेरिया के बुखार में राहत मिलत

मुँह के छाले

Image
मुँह के छाले हल्दी हल्दी सदियों से उपचार के इलाज में इस्तेमाल किया जा रहा है। हल्दी का आयुर्वेद में तो हजारो सालो से इसका फलदायी उपयोग हो रहा है। आइये जानते है हल्दी को मुह के छाले होने पर कैसे उपयोग किआ जाये – एक ग्लास पानी ले उसमे एक चम्मच हल्दी का powder को मिला ले, और उसे हल्का गर्म कर ले। हल्दी mix गर्म पानी से दिन में 20 से 25 बार गर्गिल करे। शहद और इलाइची शहद के साथ इलाइची के powder को मिलकर उसका paste को छाले वाले जगह पर लगाने से छाला कम हो जाता है। एक चम्मच शहद ले उसमे 2 या 4 इल्लैची क के डेन की पिसा हुआ powder को mix कर ले। अब उससे तैयार paste को छाले में लगा कर रखे। धनिया पत्ता धनिया पत्ता सब्जियों में सुगंध के लिए इसके पत्ते की इस्तेमाल किया जाता है। दो चार धनिये के पत्ते समेत तने को हलके से निचोड़ कर उसका रस को सीधे छाले में लगाये। चमेली चमेली/ एक फूल के पौधा का नाम है। जिसमे लाल रंग के छोटे छोटे फूल, गुछे के रूप में होते है। चमेली के पत्ते को पीस कर उसके रस को छाले वाले जगह में लगाने से छाला कम हो जाता है। अमरुद अमरुद (guava) यह chee