WhatsApp Status in Hindi - behtar zindagi 2016
WhatsApp Status in Hindi 2016
* मैं हर किसी के लिए खुद को अच्छा साबित
नहीं कर सकता !! लेकिन मैं उनके लिए बेहतरीन हूँ जो मुझे समझते हैं
* अपनी दोस्ती का बस इतना सा असूल है, जो तू कुबूल है.... तो तेरा सब कुछ कुबूल है
* मिल सके आसानी से , उसकी ख्वाहिश किसे है.!? ज़िद तो उसकी है ... जो मुकद्दर में लिखा ही नहीं
* जल जाते हैं मेरे अंदाज़ से मेरे दुश्मन क्यूंकि एक मुद्दत से मैंने न मोहब्बत बदली और न दोस्त बदले
* ताश के पत्तो में इक्का और ज़िन्दगी के खेल में सिक्का जब चलता है तो दुनिया सलाम ठोकती है
* मेरा वजूद नहीं किसी तलवार और तख़्त ओ ताज का मोहताज, मैं अपने हुनर और होंठो की हंसी से लोगो के दिल पे राज करता हैं....
* अगर तुम Convince नहीं कर सकते तो Confuse कर दो
* कोई भी इस दुनिया में Busy नहीं होता Its all about Priorities
* आज का विचार: अगर परछाईयाँ कद से और बातें औकात से बड़ी होने लगे तो समझ लीजिये कि सूरज डूबने ही वाला है
* दुकानें उनकी भी लुट जाती है अक्सर हमने देखा है... जो दिन भर में न जाने कितने ताले बेच देता है...!!
* कोई ना दे हमें खुश रहने की दुआ, तो भी कोई बात नहीं वैसे भी हम खुशियाँ रखते नहीं, बाँट दिया करते है...!!!
* कैसे बनेगा अमीर वो हिसाब का कच्चा बूढा भिखारी, जो बस एक रुपये के बदले सिग्नल पे खड़ा बेशकीमती दुआए दे देता है।
* छुपा लूंगा तुझे इस तरह से बाहों में, हवा भी गुज़रने के लिए इज़ाज़त मांगे, हो जाऊं तेरे इश्क़ में मदहोश इस तरह, कि होश भी वापस आने की इज़ाज़त मांगे.
* दूसरों की अपेक्षा अगर आपको सफलता देर से मिले तो निराश नही होना चाहिये क्योँकि मक़ान बनने से ज्यादा समय महल बनने मेँ लगता है !
* ऐसा जीवन जियो कि अगर कोई आपकी बुराई भी करे तो कोई उस पर विश्वास ना करे।
* हुकुमत वो ही करता है जिसका दिलो पर राज हो...!! वरना यूँ तो गली के मुर्गो के सर पे भी ताज होता है...!!
* खोने की दहशत और पाने की चाहत न होती, तो ना ख़ुदा होता कोई और न इबादत होती .
* जरूरत और चाहत में बहुत फ़र्क है... कमबख्त़ इसमे तालमेल बिठाते बिठाते ज़िन्दगी गुज़र जाती है !!!!
* इश्क़ का दस्तूर ही ऐसा होता है..जो इसे जान लेता है..ये साला उसी की जान ले लेता है !!
* इश्क ओर दोस्ती मेरे दो जहान है, इश्क मेरी रुह तो दोस्ती मेरा ईमान है, इश्क पर तो फिदा कर दु अपनी पुरी जिंदगी पर दोस्ती पर मेरा इश्क भी कुर्बान है
* धोखा देती हैं मासूम चेहरों की चमक अक्सर हर कांच के टुकड़ा हीरा नहीं होता
* जब भी मैं Success की चाबी ढूंढ लेता हूँ !! साला कोई ताला ही बदल जाता है !!
* मुकद्दर में लिखा के लाये हैं दर-ब-दर भटकना.. मौसम कोई भी हो परिंदे परेशान ही रहते हैं...
* " बात " उन्हीं की होती है, जिनमें कोई " बात " होती है..!
* वो भी आधी रात को निकलता है और मैं भी..... फिर क्यों उसे "चाँद" और मुझे "आवारा" कहते हैं लोग.!?
* उसके हाथ की गिरिफ्त ढीली पड़ी तो महसूस हुआ यही वो जगह है जहाँ रास्ता बदलना है...
* सूरज सितारे चाँद मेरे साथ मेँ रहे जब तक तुम्हारे हाथ मेरे हाथ में रहे
शाख़ों से टूट जाये वो पत्ते नहीं हम आँधी से कोई कह दे कि औक़ात में रहे
* सूखे होंटों पे ही होती हैं मीठी बातें !! प्यास जब बुझ जाये तो लहजे बदल जाते हैं !!
* आग लगाना मेरी फितरत में नही है… मेरी सादगी से लोग जलें तो मेरा क्या कसूर !!
* राज तो हमारा हर जगह पे है !! पसंद करने वालों के “दिल” में और नापसंद करने वालों के “दिमाग” में !!
* हर बार हम पर इल्ज़ाम लगा देते हो मोहब्बत का, कभी खुद से भी पूछा है इतने हसीन क्यों हो.!?
* जी करता है मुफ्त में ही उसे अपनी जान दे दूँ !! अब इतने मासूम खरीददार से क्या लेन देन करना !!
* मत पूछा करो की तुम मेरे क्या लगते हो.!? दिल के लिए धड़कन जरूरी है और मेरे लिए तुम !!
* टूटे हुए सपनो और छुटे हुए अपनों ने मार दिया !! वरना ख़ुशी खुद हमसे मुस्कुराना सिखने आया करती थी !!
* मौसम की मिसाल दूँ या तुम्हारी !! कोई पूछ बैठा है की बदलना किसे कहते हैं.!?
* मत पूछो कैसे गुज़र रही है ज़िन्दगी.!? उस दौर से गुज़र रही हूँ जो गुज़रता ही नहीं !!
* हम न पा सके तुझे मुद्दतों से चाहने के बाद और किसी ने तुझे अपना बना लिया चंद रस्मे निभाने के बाद !!
* आइना कोई ऐसा बना दे ऐ खुदा जो इंसान का चेहरा नहीं किरदार दिखा दे !!
* बेमतलब दुनिया का किस्सा ही खत्म !! अब जिस तरह की दुनिया उसी तरह के हम !!
* मैं नहीं चाहता ऐ खुदा की ज़िन्दगी 100 साल की दे !! थोड़ी ही सही...पर जो भी दे कमाल की दे !!
* बुलंदी की उडान पर हो तो, जरा सब्र रखो।
परिंदे बताते हैं कि, आसमान में ठिकाने नही होते ।।
* चढ़ती थीं उस मज़ार पर चादरें बेशुमार, लेकिन बाहर बैठा कोई फ़क़ीर सर्दी से मर गया।।
* कितनी मासुम सी ख़्वाहिश थी इस नादांन दिल की, जो चाहता था कि.. शादी भी करूँ और ....
ख़ुश भी रहूँ ।।
* छत टपकती है उसके कच्चे घर की , वो किसान फिर भी बारिश की दुआ माँगता है ।।
* तेरे डिब्बे की वो दो रोटिया कही भी बिकती नहीं... माँ, होटल के खाने से आज भी भूख मिटती नहीं ।।
* इतना भी गुमान न कर आपनी जीत पर " ऐ बेखबर " शहर में तेरे जीत से ज्यादा चर्चे तो मेरी हार के हे....।।
* बैठ जाता हूं मिट्टी पे अक्सर... क्योंकि मुझे अपनी औकात अच्छी लगती है..
* मैंने समंदर से सीखा है जीने का सलीक़ा... चुपचाप से बहना और अपनी मौज में रहना
* ऐसा नहीं है कि मुझमें कोई ऐब नहीं है पर सच कहता हूँ मुझमे कोई फरेब नहीं है
* जल जाते हैं मेरे अंदाज़ से मेरे दुश्मन क्यूंकि एक मुद्दत से मैंने न मोहब्बत बदली और न दोस्त बदले .!!.
* सोचा था घर बना कर बैठुंगा सुकून से... पर घर की ज़रूरतों ने मुसाफ़िर बना डाला
* सुकून की बात मत कर ऐ ग़ालिब....बचपन वाला 'इतवार' Sunday अब नहीं आता
* शौक तो माँ-बाप के पैसो से पूरे होते हैं, अपने पैसो से तो बस ज़रूरतें ही पूरी हो पाती हैं..
* एक सवेरा था जब हँस कर उठते थे हम !! और !! आज कई बार बिना मुस्कुराये ही शाम हो जाती है
* कितने दूर निकल गए रिश्तो को निभाते निभाते... खुद को खो दिया हमने अपनों को पाते पाते..
* खुश हूँ और सबको खुश रखता हूँ...लापरवाह हूँ फिर भी सबकी परवाह करता हूँ
* चाहता तो हु की ये दुनिया बदल दू...पर दो वक़्त की रोटी के जुगाड़ में फुर्सत नहीं मिलती
* महँगी से महँगी घड़ी पहन कर देख ली, वक़्त फिर भी मेरे हिसाब से कभी ना चला
* युं ही हम दिल को साफ़ रखा करते थे...पता नही था की किमत चेहरों की होती है !!
* अगर खुदा नहीं हे तो उसका ज़िक्र क्यों ?? और अगर खुदा हे तो फिर फिक्र क्यों ???
* पैसे से सुख कभी खरीदा नहीं जाता और दुःख का कोई खरीदार नहीं होता।
* किसी की गलतियों को बेनक़ाब ना कर !! 'ईश्वर' बैठा है, तू हिसाब ना कर।
* मांगो तो अपने रब से मांगो :- जो दे तो रहमत और न दे तो किस्मत
लेकिन दुनिया से हरगिज़ मत माँगना :- क्योंकि दे तो एहसान और न दे तो शर्मिंदगी
* कभी भी 'कामयाबी' को दिमाग और 'नकामी' को दिल में जगह नहीं देनी चाहिए क्योंकि, कामयाबी दिमाग में घमंड और नकामी दिल में मायूसी पैदा करती है।
* कौन देता है उम्र भर का सहारा। लोग तो जनाज़े में भी कंधे बदलते रहते हैं।
* कोई व्यक्ति कितना ही महान क्यों न हो, आंखे मूंदकर उसके पीछे न चलिए !!
यदि ईश्वर की ऐसी ही मंशा होती तो वह हर प्राणी को आंख, नाक, कान, मुंह, मस्तिष्क आदि क्यों देता.!?
* जिंदगी में दो चीज़ें हमेशा टूटने के लिए ही होती हैं : "सांस और साथ"
सांस टूटने से तो इंसान 1 ही बार मरता है पर किसी का साथ टूटने से इंसान पल-पल मरता है।
* जीवन का सबसे बड़ा अपराध - किसी की आँख में आंसू आपकी वजह से होना।
और जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि - किसी की आँख में आंसू आपके लिए होना।
* जिंदगी जीना आसान नहीं होता, बिना संघर्ष कोई महान नहीं होता, जब तक न पड़े हथोड़े की चोट, पत्थर भी भगवान नहीं होता।
* जरुरत के मुताबिक जिंदगी जिओ - ख्वाहिशों के मुताबिक नहीं।
क्योंकि जरुरत तो फकीरों की भी पूरी हो जाती है और ख्वाहिशें बादशाहों की भी अधूरी रह जाती है।
* मनुष्य सुबह से शाम तक काम करके उतना नहीं थकता जितना क्रोध और चिंता से एक क्षण में थक जाता है।
* अपनी दोस्ती का बस इतना सा असूल है, जो तू कुबूल है.... तो तेरा सब कुछ कुबूल है
* मिल सके आसानी से , उसकी ख्वाहिश किसे है.!? ज़िद तो उसकी है ... जो मुकद्दर में लिखा ही नहीं
* जल जाते हैं मेरे अंदाज़ से मेरे दुश्मन क्यूंकि एक मुद्दत से मैंने न मोहब्बत बदली और न दोस्त बदले
* ताश के पत्तो में इक्का और ज़िन्दगी के खेल में सिक्का जब चलता है तो दुनिया सलाम ठोकती है
* मेरा वजूद नहीं किसी तलवार और तख़्त ओ ताज का मोहताज, मैं अपने हुनर और होंठो की हंसी से लोगो के दिल पे राज करता हैं....
* अगर तुम Convince नहीं कर सकते तो Confuse कर दो
* कोई भी इस दुनिया में Busy नहीं होता Its all about Priorities
* आज का विचार: अगर परछाईयाँ कद से और बातें औकात से बड़ी होने लगे तो समझ लीजिये कि सूरज डूबने ही वाला है
* दुकानें उनकी भी लुट जाती है अक्सर हमने देखा है... जो दिन भर में न जाने कितने ताले बेच देता है...!!
* कोई ना दे हमें खुश रहने की दुआ, तो भी कोई बात नहीं वैसे भी हम खुशियाँ रखते नहीं, बाँट दिया करते है...!!!
* कैसे बनेगा अमीर वो हिसाब का कच्चा बूढा भिखारी, जो बस एक रुपये के बदले सिग्नल पे खड़ा बेशकीमती दुआए दे देता है।
* छुपा लूंगा तुझे इस तरह से बाहों में, हवा भी गुज़रने के लिए इज़ाज़त मांगे, हो जाऊं तेरे इश्क़ में मदहोश इस तरह, कि होश भी वापस आने की इज़ाज़त मांगे.
* दूसरों की अपेक्षा अगर आपको सफलता देर से मिले तो निराश नही होना चाहिये क्योँकि मक़ान बनने से ज्यादा समय महल बनने मेँ लगता है !
* ऐसा जीवन जियो कि अगर कोई आपकी बुराई भी करे तो कोई उस पर विश्वास ना करे।
* हुकुमत वो ही करता है जिसका दिलो पर राज हो...!! वरना यूँ तो गली के मुर्गो के सर पे भी ताज होता है...!!
* खोने की दहशत और पाने की चाहत न होती, तो ना ख़ुदा होता कोई और न इबादत होती .
* जरूरत और चाहत में बहुत फ़र्क है... कमबख्त़ इसमे तालमेल बिठाते बिठाते ज़िन्दगी गुज़र जाती है !!!!
* इश्क़ का दस्तूर ही ऐसा होता है..जो इसे जान लेता है..ये साला उसी की जान ले लेता है !!
* इश्क ओर दोस्ती मेरे दो जहान है, इश्क मेरी रुह तो दोस्ती मेरा ईमान है, इश्क पर तो फिदा कर दु अपनी पुरी जिंदगी पर दोस्ती पर मेरा इश्क भी कुर्बान है
* धोखा देती हैं मासूम चेहरों की चमक अक्सर हर कांच के टुकड़ा हीरा नहीं होता
* जब भी मैं Success की चाबी ढूंढ लेता हूँ !! साला कोई ताला ही बदल जाता है !!
* मुकद्दर में लिखा के लाये हैं दर-ब-दर भटकना.. मौसम कोई भी हो परिंदे परेशान ही रहते हैं...
* " बात " उन्हीं की होती है, जिनमें कोई " बात " होती है..!
* वो भी आधी रात को निकलता है और मैं भी..... फिर क्यों उसे "चाँद" और मुझे "आवारा" कहते हैं लोग.!?
* उसके हाथ की गिरिफ्त ढीली पड़ी तो महसूस हुआ यही वो जगह है जहाँ रास्ता बदलना है...
* सूरज सितारे चाँद मेरे साथ मेँ रहे जब तक तुम्हारे हाथ मेरे हाथ में रहे
शाख़ों से टूट जाये वो पत्ते नहीं हम आँधी से कोई कह दे कि औक़ात में रहे
* सूखे होंटों पे ही होती हैं मीठी बातें !! प्यास जब बुझ जाये तो लहजे बदल जाते हैं !!
* आग लगाना मेरी फितरत में नही है… मेरी सादगी से लोग जलें तो मेरा क्या कसूर !!
* राज तो हमारा हर जगह पे है !! पसंद करने वालों के “दिल” में और नापसंद करने वालों के “दिमाग” में !!
* हर बार हम पर इल्ज़ाम लगा देते हो मोहब्बत का, कभी खुद से भी पूछा है इतने हसीन क्यों हो.!?
* जी करता है मुफ्त में ही उसे अपनी जान दे दूँ !! अब इतने मासूम खरीददार से क्या लेन देन करना !!
* मत पूछा करो की तुम मेरे क्या लगते हो.!? दिल के लिए धड़कन जरूरी है और मेरे लिए तुम !!
* टूटे हुए सपनो और छुटे हुए अपनों ने मार दिया !! वरना ख़ुशी खुद हमसे मुस्कुराना सिखने आया करती थी !!
* मौसम की मिसाल दूँ या तुम्हारी !! कोई पूछ बैठा है की बदलना किसे कहते हैं.!?
* मत पूछो कैसे गुज़र रही है ज़िन्दगी.!? उस दौर से गुज़र रही हूँ जो गुज़रता ही नहीं !!
* हम न पा सके तुझे मुद्दतों से चाहने के बाद और किसी ने तुझे अपना बना लिया चंद रस्मे निभाने के बाद !!
* आइना कोई ऐसा बना दे ऐ खुदा जो इंसान का चेहरा नहीं किरदार दिखा दे !!
* बेमतलब दुनिया का किस्सा ही खत्म !! अब जिस तरह की दुनिया उसी तरह के हम !!
* मैं नहीं चाहता ऐ खुदा की ज़िन्दगी 100 साल की दे !! थोड़ी ही सही...पर जो भी दे कमाल की दे !!
* बुलंदी की उडान पर हो तो, जरा सब्र रखो।
परिंदे बताते हैं कि, आसमान में ठिकाने नही होते ।।
* चढ़ती थीं उस मज़ार पर चादरें बेशुमार, लेकिन बाहर बैठा कोई फ़क़ीर सर्दी से मर गया।।
* कितनी मासुम सी ख़्वाहिश थी इस नादांन दिल की, जो चाहता था कि.. शादी भी करूँ और ....
ख़ुश भी रहूँ ।।
* छत टपकती है उसके कच्चे घर की , वो किसान फिर भी बारिश की दुआ माँगता है ।।
* तेरे डिब्बे की वो दो रोटिया कही भी बिकती नहीं... माँ, होटल के खाने से आज भी भूख मिटती नहीं ।।
* इतना भी गुमान न कर आपनी जीत पर " ऐ बेखबर " शहर में तेरे जीत से ज्यादा चर्चे तो मेरी हार के हे....।।
* बैठ जाता हूं मिट्टी पे अक्सर... क्योंकि मुझे अपनी औकात अच्छी लगती है..
* मैंने समंदर से सीखा है जीने का सलीक़ा... चुपचाप से बहना और अपनी मौज में रहना
* ऐसा नहीं है कि मुझमें कोई ऐब नहीं है पर सच कहता हूँ मुझमे कोई फरेब नहीं है
* जल जाते हैं मेरे अंदाज़ से मेरे दुश्मन क्यूंकि एक मुद्दत से मैंने न मोहब्बत बदली और न दोस्त बदले .!!.
* सोचा था घर बना कर बैठुंगा सुकून से... पर घर की ज़रूरतों ने मुसाफ़िर बना डाला
* सुकून की बात मत कर ऐ ग़ालिब....बचपन वाला 'इतवार' Sunday अब नहीं आता
* शौक तो माँ-बाप के पैसो से पूरे होते हैं, अपने पैसो से तो बस ज़रूरतें ही पूरी हो पाती हैं..
* एक सवेरा था जब हँस कर उठते थे हम !! और !! आज कई बार बिना मुस्कुराये ही शाम हो जाती है
* कितने दूर निकल गए रिश्तो को निभाते निभाते... खुद को खो दिया हमने अपनों को पाते पाते..
* खुश हूँ और सबको खुश रखता हूँ...लापरवाह हूँ फिर भी सबकी परवाह करता हूँ
* चाहता तो हु की ये दुनिया बदल दू...पर दो वक़्त की रोटी के जुगाड़ में फुर्सत नहीं मिलती
* महँगी से महँगी घड़ी पहन कर देख ली, वक़्त फिर भी मेरे हिसाब से कभी ना चला
* युं ही हम दिल को साफ़ रखा करते थे...पता नही था की किमत चेहरों की होती है !!
* अगर खुदा नहीं हे तो उसका ज़िक्र क्यों ?? और अगर खुदा हे तो फिर फिक्र क्यों ???
* पैसे से सुख कभी खरीदा नहीं जाता और दुःख का कोई खरीदार नहीं होता।
* किसी की गलतियों को बेनक़ाब ना कर !! 'ईश्वर' बैठा है, तू हिसाब ना कर।
* मांगो तो अपने रब से मांगो :- जो दे तो रहमत और न दे तो किस्मत
लेकिन दुनिया से हरगिज़ मत माँगना :- क्योंकि दे तो एहसान और न दे तो शर्मिंदगी
* कभी भी 'कामयाबी' को दिमाग और 'नकामी' को दिल में जगह नहीं देनी चाहिए क्योंकि, कामयाबी दिमाग में घमंड और नकामी दिल में मायूसी पैदा करती है।
* कौन देता है उम्र भर का सहारा। लोग तो जनाज़े में भी कंधे बदलते रहते हैं।
* कोई व्यक्ति कितना ही महान क्यों न हो, आंखे मूंदकर उसके पीछे न चलिए !!
यदि ईश्वर की ऐसी ही मंशा होती तो वह हर प्राणी को आंख, नाक, कान, मुंह, मस्तिष्क आदि क्यों देता.!?
* जिंदगी में दो चीज़ें हमेशा टूटने के लिए ही होती हैं : "सांस और साथ"
सांस टूटने से तो इंसान 1 ही बार मरता है पर किसी का साथ टूटने से इंसान पल-पल मरता है।
* जीवन का सबसे बड़ा अपराध - किसी की आँख में आंसू आपकी वजह से होना।
और जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि - किसी की आँख में आंसू आपके लिए होना।
* जिंदगी जीना आसान नहीं होता, बिना संघर्ष कोई महान नहीं होता, जब तक न पड़े हथोड़े की चोट, पत्थर भी भगवान नहीं होता।
* जरुरत के मुताबिक जिंदगी जिओ - ख्वाहिशों के मुताबिक नहीं।
क्योंकि जरुरत तो फकीरों की भी पूरी हो जाती है और ख्वाहिशें बादशाहों की भी अधूरी रह जाती है।
* मनुष्य सुबह से शाम तक काम करके उतना नहीं थकता जितना क्रोध और चिंता से एक क्षण में थक जाता है।
Comments
Post a Comment