तुलसी को बनाए अपने घर का रामबाण- Tulsi ko banye apne ghar ka rambhaan..Health-fiteness
बारिश का मौसम शुरू हो गया है| ऐसे में ठंड, जुकाम, गले में
खरांश जैसी बीमारियां होना आम बात है| इस मौसम के साथ अगर तुलसी को भी दिनचर्या का
हिस्सा बना लिया जाए तो कई बीमारियों से मुक्ति पाई जा सकती है|
तुलसी शरीर, मन और आत्मा की पीड़ा हरने वाली है| कहा जाता है की तुलसी में दाह कम करने, जीवाणुनाशक तथा मूत्रवर्धक गुण होते है, जो संक्रमण को दूर करने के साथ – साथ तनाव और अन्य बीमारीयों के खिलाफ प्राकृतिक प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करती है| यूनानी चिकित्सा पध्दति के अनुसार तुलसी में बीमारियों को ठीक करने की जबर्दस्त क्षमता है|
तुलसी शरीर, मन और आत्मा की पीड़ा हरने वाली है| कहा जाता है की तुलसी में दाह कम करने, जीवाणुनाशक तथा मूत्रवर्धक गुण होते है, जो संक्रमण को दूर करने के साथ – साथ तनाव और अन्य बीमारीयों के खिलाफ प्राकृतिक प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करती है| यूनानी चिकित्सा पध्दति के अनुसार तुलसी में बीमारियों को ठीक करने की जबर्दस्त क्षमता है|
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शरीर टूट रहा हो या जब लग रहा हो की बुखार आने
वाला है तो पुदीने का रस और तुलसी का रस बराबर मात्रा में मिलाकर गुड़ डालकर सेवन
करने करें, आराम मिलेगा|
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जुकाम, खांसी होने पर अदरक और तुलसी की गरमागरम
चाय पीने से भी राहत मिलती है|
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तुलसी की सूखी पतियों को पीसकर उबटन करने से मुख
की कान्ति बढती है| चेहरे की झाईयां भी मिटती हैं|
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अगर दांतों में कीड़ा लग गया है तो तुलसी के रस
में थोड़ा कपूर मिलाकर रुई से भिगोकर पीड़ित स्थान पर रखने से कीड़े नष्ट हो जाते है|
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तुलसी का रस निकालकर उससे मालिश करे| इसके दो
चम्मच पिएं, इससे खुजली में आराम मिलता है|
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तुलसी की पत्तियों को जल में पीसकर पीने से
पाचन शक्ति ठीक हो जाती है|
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तुलसी कडवे व् तीखे स्वाद वाली कफ, खांसी,
हिचकी, उल्टी, कृमि, दुर्गन्ध, हर तरह के
दर्द, कोढ़ और आँखों की बीमारी में लाभकारी है|
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मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारी जैसे
मलेरिया में तुलसी एक कारगर औषधि है| तुलसी और काली मिर्च का काढ़ा बनाकर पीने
मलेरिया जल्दी ठीक हो जाता है| तुलसी हिचकी, खांसी व् पसली का दर्द मिटाने वाली
है|
Vedh Kailash Mahriya