घर के बड़ो को वक्त दीजिए ...
घर के बड़ो को वक्त दीजिए ...
अगर आपको लगता है की बुजुर्ग बहुत सारे एम्पर्फच्सनके साथ रह रहे है
तो जरा याद कीजिय आपके एसे कितने ही दोस्त होगे ,जब उन्हें चाहते है तो इन्हे
क्यों नही |
अगर आप चाहती हे की उम्र के तीसरे या चोथे पड़ाव में पहुसती हुइ आपकी
माँ लम्बा और खुसहाल जीवन जीए तो आप आज से उन्हें आपना वक्त देना शुरू कीजिय | शोध
साबित कर चुके हैकी माँ के साथ वक्त बीता
के वह दीर्घायु होगी | असल में ऐसा न केवल माँ , बल्कि घर के किसी भी बुजुर्ग के
साथ होता है| साथ वक्त बिताने , खाना खाने उनकी बात सुनने से वे खुश रहने लगते है
और इसका सीधा असर उनकी उम्रपर पड़ता है | फिर जेसा
आप वेवहार करती है , ठीक वेसा ही वेव्हार आपके बचे भी तो सीखते
है..........
छह वर्ष तक हुए एस शोध में सामील 23 फीसदी लोग अकेलेपन की वजह से जल्द
मर गए , जबकि जिन 14 फीसदी लोगो को किसी न किसी का साथ मिला हुआ , उनकी उम्र लम्बी
रही वेसे देखा जाये तो अगर बुजर्गो को परिवार को भी परम्पराए ,आशीर्वाद दुलार उनसे
मिलता है|
ऐसा दरसल एसलिय होता है की हम चाहते है की जिन्हें हम जानते है , वे
हमारी कद्र करे | ऐसा होता हैतो हमें ख़ुशी होती है | इसलिए न केवल आप बुजर्गो से
खुसहाल रिश्ता बनाये रखने की कोशिस करे , बल्कि अपने बच्चों को भी अभी से ऐसा करना
सिखाये|