कब्ज ( Constipation )
कब्ज ( Constipation )
कब्ज एक बहुत ही साधारण सी होने वाली बीमारी हैं. जीवन में कभी न कभी आपका भी सामना इस बीमारी से हुआ होगा. जवान हो या बुजुर्ग हर कोई कभी न कभी कब्ज से परेशान जरुर होता हैं. कब्ज हमारे असीमित खान पान और अप्राकृतिक विचारों की वजह से होती हैं. वैसे तो हमारा शरीर बहुत सी परेशानियों को अपने आप निपटा लेता हैं लेकिन जब इसी में अपने आप परेशानी आ जाती हैं तो यह उन परेशानियों को दूर नहीं कर पाता. CLICK HERE TO KNOW कब्ज लक्षण और कारण ...
इसी तरह जब हमारे शरीर में मल मूत्र ज्यादा मात्रा में इकट्ठा हो जाता हैं तो उसके निष्कासन में अवरोध उत्पन्न हो जाता है जिसके कारण वो मल मूत्र शरीर में ही इकट्ठा होकर सूखने लगता हैं. साथ ही ये मल मूत्र शरीर के रक्त के साथ मिल जाता हैं और फिर अन्य रोगों को जन्म देता हैं. मल के शरीर में सूखने और उसमें अवरोध की इसी प्रक्रिया को कब्ज कहते है. जिसका तुरंत उपचार करना आवश्यक है.
कब्ज होने के मुख्य कारण ( Reasons of constipation ) :
• अप्राकृतिक और विचित्र जीवन शैली
कम रेशे वाले भोजन का सेवन करना
शरीर में पानी की कमी हो जाना
अगर आप कम चलते हैं और काम करते हैं
कुछ स्पेशल दवाइयों को लेना
बड़ी आंत में कैंसर हो जाना
थायरॉयड हार्मोन की कमी
कैल्शियम और पोटेशियम की कमी
मधुमेह के रोगियों में पाचन सम्बन्धी बीमारी का होना
कब्ज अमाशय के परिवर्तन की ही एक अवस्था है. इसमें मल निष्काषित करने को परेशानी होने लगती हैं और इसमें मल कड़ा भी हो जाता हैं. कब्ज में मल की आवृति भी कम हो जाती हैं. इसमें मल निष्काषित करते समय ज्यादा बल का प्रयोग करना पड़ता हैं. सिर में दर्द और भारीपन होना कब्ज का एक लक्षण होता हैं. गैस, एसिडिटी, अजीर्ण, आदि लक्षण भी कब्ज के ही होते है.
• अप्राकृतिक और विचित्र जीवन शैली
कम रेशे वाले भोजन का सेवन करना
शरीर में पानी की कमी हो जाना
अगर आप कम चलते हैं और काम करते हैं
कुछ स्पेशल दवाइयों को लेना
बड़ी आंत में कैंसर हो जाना
थायरॉयड हार्मोन की कमी
कैल्शियम और पोटेशियम की कमी
मधुमेह के रोगियों में पाचन सम्बन्धी बीमारी का होना
कब्ज अमाशय के परिवर्तन की ही एक अवस्था है. इसमें मल निष्काषित करने को परेशानी होने लगती हैं और इसमें मल कड़ा भी हो जाता हैं. कब्ज में मल की आवृति भी कम हो जाती हैं. इसमें मल निष्काषित करते समय ज्यादा बल का प्रयोग करना पड़ता हैं. सिर में दर्द और भारीपन होना कब्ज का एक लक्षण होता हैं. गैस, एसिडिटी, अजीर्ण, आदि लक्षण भी कब्ज के ही होते है.
कब्ज के उपचार के लिए ( Best Treatment for Constipation ) :
• कब्ज के उपचार के लिए आपको रेशे से भरपूर भोजन का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें.
• सुबह ब्रेकफास्ट में गेंहू का दलिया या कोई मौसमी फल ले सकते हैं.
• दोपहर के लंच में हरी सब्जी का सेवन करे लेकिन उसमे भी मिर्च और मसालों का कम ही सेवन करें. साथ में सलाद और चोकर समेत आंटे से बनी रोटियों का सेवन करें.
• शाम को 4 बजे के आस पास सब्जियों का 250 मिली. सूप लें.
• डिनर में मिक्स सब्जियों वाला दलिया और कोई हरी सब्जी लें और साथ में ही चोकर और आटे की रोटी लें.
• कब्ज के उपचार के लिए आपको रेशे से भरपूर भोजन का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें.
• सुबह ब्रेकफास्ट में गेंहू का दलिया या कोई मौसमी फल ले सकते हैं.
• दोपहर के लंच में हरी सब्जी का सेवन करे लेकिन उसमे भी मिर्च और मसालों का कम ही सेवन करें. साथ में सलाद और चोकर समेत आंटे से बनी रोटियों का सेवन करें.
• शाम को 4 बजे के आस पास सब्जियों का 250 मिली. सूप लें.
• डिनर में मिक्स सब्जियों वाला दलिया और कोई हरी सब्जी लें और साथ में ही चोकर और आटे की रोटी लें.
अन्य उपचार ( Other Treatments ) :
ताजे फलो का सेवन ( Eat Fresh Fruits ) :
• ज्यादा से ज्यादा ताजे फल खाएं लेकिन ध्यान रखें कि सभी फलों को धो कर ही खाएं. सेब को तो आप धो कर छिलके सहित भी खा सकते हो. ज्यादा से ज्यादा पानी पियें. जिस भोजन में वसा की मात्रा ज्यादा हो उस भोजन को कम ही खाए.
ताजे फलो का सेवन ( Eat Fresh Fruits ) :
• ज्यादा से ज्यादा ताजे फल खाएं लेकिन ध्यान रखें कि सभी फलों को धो कर ही खाएं. सेब को तो आप धो कर छिलके सहित भी खा सकते हो. ज्यादा से ज्यादा पानी पियें. जिस भोजन में वसा की मात्रा ज्यादा हो उस भोजन को कम ही खाए.