रस्सी कूदने के फायदे

रस्सी कूदने के फायदे



रस्सी कूदना मेरे बचपन में लड़कियों का एक आवश्यक खेल हुआ करता था, जिस तरह लड़के चोर-पुलिस का खेल खेलते ही थे. लगातार रस्सी कूदना, आगे और पीछे की दिशा में रस्सी कूदना जैसे कई तरह की विविधताएँ थी इस खेल में. आजकल शायद ही छोटे शहरों या कस्बो के बच्चों में इसका अस्तित्व बचा हो. रस्सी कूदने के लिए सिर्फ एक रस्सी चाहिए होती थी जिसके अंत में हैंडल होते थे. यह एक सस्ता, सुलभ खेल था. खेल के साथ ही रस्सी कूदना एक गज़ब की एक्सरसाइज भी है.

रस्सी कूदने के फायदे


1) 10 मिनट तक रस्सी कूदना 8 मिनट तक दौड़ने के बराबर होता है. एक मिनट तक रस्सी कूदने से 10 से 16 कैलोरी ऊर्जा खर्च होती है.
2) बॉक्सर्स मतलब मुक्केबाजो को आपने रस्सी कूदते जरुर देखा होगा. इसका कारण है कि रस्सी कूदने से शरीर की बैलेंसिंग इम्प्रूव होती है और पैरो के मूवमेंट में फुर्ती और कण्ट्रोल बढ़ता है, जोकि बॉक्सिंग में बहुत काम देता है.
3) रस्सी कूदने से हड्डियों की बनावट में सघनता आती है और हड्डियाँ मजबूत बनती है. रस्सी कूदने में लय, रणनीति और संचालन का समन्वय होता है जोकि दिमाग के लिए भी एक बढ़िया एक्सरसाइज है.
4) वजन घटाने में रस्सी कूदने से बड़ी मदद मिलती है. हर रोज अगर आधे घंटे तक रस्सी कूदा जाये, तो एक हफ्ते तक लगातार कूदने से 500 ग्राम तक वजन कम किया जा सकता है. वजन कम करने के इक्छुक लोगों को रस्सी कूदने को अपने एक्सरसाइज रूटीन में शामिल करना चाहिए.
5) पहले दिन रस्सी कूदने के बाद हो सकता है कि आपके पैरो और जांघो में दर्द और जकड़न हो. इसका कारण लम्बे समय से सुस्त पड़ी मांसपेशियां हैं. थोडा थोडा करके रस्सी कूदने की संख्या और समय बढाइये, कुछ ही दिनों में आपके पैरो और शरीर के निचले भाग की मांसपेशियां मजबूत और फड़कती हुई नजर आने लगेंगी.
6) रस्सी कूदना रक्तसंचार तेज करता है, जिससे त्वचा को पोषण मिलता है और शरीर के विषैले तत्व पसीने से बाहर निकल जाते हैं. रस्सी कूदने का एक बड़ा फायदा है कि यह हार्मोन बैलेंस करने का काम करता है जिसे टेंशन और डिप्रेशन से मुक्ति मिलती है.
7) रस्सी कूदने में शरीर के लगभग सभी अंगो का प्रयोग किया जाता है. इसमें आपके पैर, पेट की मांसपेशियां, कंधे और कलाइयाँ, ह्रदय और आन्तरिक अंगो का भी व्यायाम होता है.
8) रस्सी कूदने से फेफड़ो की क्षमता बढती है, फेफड़े मजबूत होते है, चेहरे पर चमक आती है. रस्सी कूदने से स्टैमिना बढ़ता है और अनियंत्रित हृदय गति सुधरती है.
9) दौड़ने के बजाय रस्सी कूदने का एक बड़ा फायदा यह है कि इससे आपके घुटनों पर बुरा असर नहीं पड़ता. क्योंकि कूदने से लगने वाले झटके पूरे पैर में बंट जाता है और घुटनों पर सीधा जोर नहीं पड़ता.
बाज़ार में आजकल ऐसी भी रस्सियाँ उपलब्ध हैं जोकि रस्सी कूदने की गिनती भी करतीहै

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