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डिजिटल इंडिया और इंफ्रास्ट्रक्चर

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डिजिटल इंडिया का सपना पूरा करने के लिए भारत को डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर करना पड़ेगा। शेरपालो वेंचर्स के फाउंडर राम श्रीराम, जो गूगल में बड़े निवेशक हैं, उनका कहना है कि सरकार को डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर यानि ब्राडबैंड को गांव-गांव में पहुंचाने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर लगाना पड़ेगा। सीएनबीसी आवाज़ की संवाददाता हर्षदा सावंत से खास बातचीत में उन्होनें कहा कि वे भारत के लोकल ई-कॉमर्स सेक्टर में जल्द ही फिर निवेश करने वाले हैं। उनका का कहना है कि भारत के लोगों में अच्छी आंत्रप्रेन्योरशिप है। बंगलुरू, मुंबई, दिल्ली में स्टार्ट-अप डेवलप हुए है। डिजिटल मार्केट, इंफ्रा का विकास होना जरूरी है। सरकार को डिजिटल इंफ्रा पर ध्यान देना होगा और इंटरनेट की पहुंच बढ़ानी चाहिए। ई-कॉमर्स वैल्युएशन में अब काफी बढ़त हुई है और कंज्यूमर को ई-कॉमर्स से काफी फायदा हुआ है। भारत में फिर निवेश शुरू किया जाएगा और लोकल ई-सर्विस में अच्छे मौके मिलेंगे। डिजिटल इकोनॉमी से देश का विकास हो रहा है। जल्द ही भारत में भी स्थिति सुधरती नजर आएगी।

बेहतर जिंदगी

माँ जिंदगी तब बेहतर होती है जब हम खुश होते है , लेकिन जिंदगी तब बेहतरीन होती है जब हमारी वजह से लोग खुश होते है. 🌹 🌹 जय श्री कृष्णा..

लोगों को जोड़ता है गाँव का अपनापन

मालिनी अवस्थी को किसी पहचान की आवश्यकता नहीं है। मालिनी, शास्त्रीय संगीतज्ञ गिरजा देवी की शिष्या व अपने लोकगीतों की मिठास से श्रोताओं के दिल में जगह बनाने वाली मशहूर लोकगायिका हैं। मालिनी अवस्थी ने भोजपुरी, ठुमरी, गजल, सूफियाना व भजन सभी विधा में गायन किया है। लुप्त होती जा रही पारंपरिक लोक संगीत को नई ऊंचाई पर ले जाने में उनका महत्वूर्ण योगदान है। गाँव से शुरू होकर संगीत की ऊंचाइयों तक पहुंचने का जो उनका कनेक्शन बेहद रोचक है। गाँव कनेक्शन ने भी मालिनी अवस्थी से उनके गाँव से जुड़े कनेक्शन के तार को जानना चाहा। गाँव कनेक्शन के लिए गायत्री वोहरा की मालिनी अवस्थी से खास मुलाकात के कुछ अंश-     * मालिनी जी आपका गाँव कनेक्शन क्या है गाँव का मेरा कनेक्शन बहुत गहरा है, मेरा ननिहाल कन्नौज में हैं वहीं जन्म हुआ, ददिहाल फतेहपुर के पास बेहता गाँव है। 13 साल की उम्र तक तो हर गर्मियों की छुट्टियों में 15-15 दिन दोनों जगह रहना होता ही था। मेरे पिता पेशे से डॉक्टर थे। दरअसल भोजपुरी मैंने पापा के ही मरीजों से सुनकर सीखी, हमारी तरफ तो अवधी बोली जाती थी। ये जितने मरीज़ आते थे अंगोछा भ...

आजकल के आधुनिक समय में बच्चों का समय टेक्नालॉजी के साथ बितता है

इसका नतीजा यह रहता है कि बच्चे, परिवार के साथ अपना समय नहीं बिताते और इसका प्रभाव पैरेन्ट्स और बच्चों के रिश्तों पर पड़ता है। सेकंड एन्युअल हेलिफेक्स इंश्योरेंस डिजिटल डोम इंडेक्स की ओर किए गए सर्वे में यह बात सामने आई है। इसमें बताया गया है कि 7 से 8 वर्ष की आयुवर्ग के एक तिहाई, 9 से 11 वर्ष के दो तिहाई और 12 से 14 आयुवर्ग के 10 से 9 बच्चे आज और पढ़ें: http://hindi.sputniknews.com/hindi.ruvr.ru/2014_03_19/269850937/ कल मोबाइल पर व्यस्त रहते हैं। तकरीबन 60 प्रतिशत पैरेन्ट्स इस बात को महसूस करते हैं कि आजकल बच्चे परिवार और दोस्तों के अलावा टेक्नालॉजी के साथ अपना अधिकांश समय बिताते हैं। यह रिपोर्ट फिमेलफ‌र्स्ट डॉट को डॉट यूके में सामने आई है। अध्ययन में यह भी पाया गया कि हर बच्चा अपनी पॉकेट मनी से ब़़डी रकम इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस में खर्च करता है वहीं हर तीसरा बच्चा घंटों तक अपना समय मोबाइल पर मैसेज चेक करने में निकाल देता है। लगभग दो तिहाई बच्चों ने इस बात को स्वीकार किया कि वे सोने के दौरान इन डिवाइसेस का प्रयोग करते हैं जिनमें मुख्य रूप से मोबाइल फोन और टेबलेट शामिल हैं।स...

मां बाप और सुख दुख

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ज़िंदगी मां के आँचल की गांठों जैसी है. गांठें खुलती जाती हैं. किसी में से दुःख और किसी में से सुख निकलता है. हम अपने दुःख में और सुख में खोए रहते हैं. न तो मां का आँचल याद रहता है और न ही उन गांठों को खोलकर मां का वो चवन्नी अठन्नी देना. याद नहीं रहती तो वो मां की थपकियां. चोट लगने पर मां की आंखों से झर झर बहते आंसू. शहर से लौटने पर बिना पूछे वही बनाना जो पसंद हो. जाते समय लाई, चूड़ा, बादाम और न जाने कितनी पोटलियों में अपनी यादें निचोड़ कर डाल देना. याद रहता है तो बस बूढे मां बाप का चिड़चिड़ाना. उनकी दवाईयों के बिल, उनकी खांसी, उनकी झिड़कियां और हर बात पर उनकी बेजा सी लगने वाली सलाह. आखिरी बार याद नहीं कब मां को फोन किया था. ऑफिस में यह कहते हुए काट दिया था कि बिज़ी हूं बाद में करता हूं. उसे फोन करना नहीं आता. बस एक बटन पता है जिसे दबा कर वो फोन रिसीव कर लेती है. पैसे चाहिए थे. पैसे थे, बैंक में जमा करने की फुर्सत नहीं थी. भूल गया था दसेक साल पहले ही हर पहली तारीख को पापा नियम से बैंक में पैसे डाल देते थे. शायद ही कभी फोन पर कहना पडा हो मां पैसे नहीं आए. शादी हो गई है. बच्च...

बाजरा के स्वास्थ्य लाभ

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बाजरे का सेवन लाभकारी है।  बाजरे की रोटी का स्वाद जितना अच्छा है, उससे अधिक उसमें गुण भी हैं। – बाजरे की रोटी खाने वाले को हड्डियों में कैल्शियम की कमी से पैदा होने वाला रोग आस्टियोपोरोसिस और हड्डियों के रोग नहीं होंगे -बाजरे में भरपूर कैल्शियम होता है जो हड्डियों के लिए रामबाण औषधि है – बाजरा खाइए,–खून की कमी यानी एनीमिया नहीं होता। – बाजरा लीवर से संबंधित रोगों को भी कम करता है।लीवर की सुरक्षा के लिए भी बाजरा खाना लाभकारी है। – गेहूं और चावल के मुकाबले बाजरे में ऊर्जा कई गुना है। – बाजरे में आयरन भी इतना अधिक होता है कि खून की कमी से होने वाले रोग नहीं हो सकते। – खासतौर पर गर्भवती महिलाओं ने कैल्शियम की गोलियां खाने के स्थान पर रोज बाजरे की दो रोटी खाना चाहिए। – वरिष्ठ चिकित्साधिकारी मेजर डा. बी.पी. सिंह के सेना में सिक्किम में तैनाती के दौरान जब गर्भवती महिलाओं को कैल्शियम और आयरन की जगह बाजरे की रोटी और खिचड़ी दी जाती थी। इससे उनके बच्चों को जन्म से लेकर पांच साल की उम्र तक कैल्शियम और आयरन की कमी से होने वाले रोग नहीं होते थे। -इतना ही नहीं बाजरे का सेवन करने वा...

चावल खाने के क्या है फायदे

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Benefits Of Eating rice Hindi – पूरे एशिया में चावल को मुख्य रूप से खाया जाता है और अब लोग चूँकि अपनी सेहत को लेकर अधिक जागरूक होने लगे है तो इस पर भी कभी कभार सवाल या बहस होती दिख जाती है कि आखिर चावल हमारे स्वास्थ्य पर किस तरह से प्रभाव डालता है इसलिए हम आपको इस बारे में कुछ जानकारी आपसे साझा किये देते है चलिए चावल के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में जानते है चावल खाने के फायदे  प्राकृतिक चावलों के फायदे – चावल वैसे तो चमकदार और सफेद रंगत लिए होते है लेकिन फिर भी कभी कभी ये हल्के भूरे रंग के भी हो सकते है और भूरे रंग की इसकी बाहरी परत चावल को अधिक स्वास्थ्यवर्धक भी बनाती है क्योंकि इसके भूरे रंग की परत में कई तरह के पोषक तत्व होते है | फाइबर – चावल में मोजूद फाइबर कई तरह से हमारे शरीर की आवश्कताओं को पूरा करता है और फाइबर का पोषक तत्वों में अहम् स्थान है इसमें में मौजूद फाइबर हमारी पेट की अंतडियो में से विषैले तत्वों का खत्म करता है जिस से कैंसर की संभावनाएं भी कम हो जाती है क्योंकि कैंसर की कोशिकाएं सूजी हुई और अम्लीय अंतडियो में अधिक तेजी से फैलती है | विट...